अप्रैल 1, 2016 को शुक्र मीन राशि में गोचर कर रहा है। कैसा रहेगा यह गोचर देश, दुनिया, और आपकी राशि के लिए? पढ़िए भैयाजी के इस राशिफल में और जानिए कैसा रहेगा शुक्र का मीन में गोचर आपके लिए।
1 अप्रैल, 2016 को शुक्र मीन राशि में प्रवेश करेगा। शुक्र इसमें उच्च ग्राही हो जाता है, और यह 25 अप्रैल , 2016 को मेष में जाएगा।
विभिन्न जातकों पर इसके संभावित निम्न आम परिणाम हो सकते हैं –
मेष
धन का अपव्यय विलासत की वस्तुओं पर होगा। आपमें अहंकार की मात्रा अधिक बढ़ेगी।पत्नी / पति कुछ समय के लिए कहीं जा सकते हैं। गरिष्ठ भोजन पसंद आएगा। पिता को लाभ होगा। माता तीर्थ पर जाने का विचार बना सकती हैं। गृह सज्जा पर खर्च कर सकते हैं। नवीन वस्त्र क्रय कर सकते हैं। पुरुष जातक परस्त्रीगमन में रूचि ले सकते हैं। आपमें मुफ्त के उपदेश देने की प्रवृत्ति आ सकती है।
वृषभ
यह कार्य व्यवसाय आदि के लिए अच्छा समय रहेगा। लग्नेश लाभ में जाना शुभ है। प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के प्रबल योग बनेंगे। किसी चुनाव आदि में विजय के अच्छी सम्भावना है। स्त्री जातकों से लाभ मिलेगा और नयी मित्रता भी होगी। आप लोगों को अपने अनुसार साधने में सफल होंगे। पिता को यात्रा करनी पड़ सकती है। माता का स्वास्थय बिगड़ सकता है।
मिथुन
कार्यों में विलम्ब हो सकता है। अनुमान सही साबित हो सकते हैं। शेयर सट्टे से लाभ मिल सकता है। कार्यक्षेत्र अच्छा रहेगा। नयी मित्रता हो सकती है। कोई प्रेम सम्बन्ध उभर सकता है। पिता का भाग्य प्रबल होगा। माता किसी यात्रा पर जा सकती हैं। यदि वे कार्यरत हैं तो कोई नया आयाम जीविकाोपार्जन हेतु मिल सकता है। मामा आदि का गृहस्थ जीवन सुचारू रूप से चलेगा। आपके दादा को अचल संपत्ति से लाभ हो सकता है। नया वाहन लेने का योग बन सकता है। घर में आम तौर पर अच्छा वातावरण रहेगा।
कर्क
धर्मस्थलों पर दान पुण्य करने का योग बनेगा। आपको लोगों से मान सम्मान मिलेगा। लम्बी यात्राओं का योग बनेगा। माता से लाभ होगा। माता के प्रति आपकी श्रद्धा बढ़ेगी। कुछ नवीन विचार आपमें जन्म लेंगे। दार्शनिकता की तरफ रुझान होगा। परिवार में अच्छा समय रहेगा। धन संपत्ति सुरक्षित रहेगी। पिता को शारीरक हानि की सम्भावना हो सकती है। धर्मादि के विषय से विमुख हो सकते हैं।
सिंह
कार्यस्थल पर अनेकानेक विघ्न उत्पन्न हो सकते हैं। आपमें क्रोध की अधिकता हो सकती है। आपमें दुर्व्यसनों के प्रति रुझान बढ़ सकता है। आपमें गुप्त सम्बन्ध आदि बनाने की रूचि भी जाग सकती है। आपकी वाणी आपके लिए हानिकारक हो सकती है। पिता को अचानक अधिक धन की आवश्यकता पड़ सकती है। माता पिता में सम्बन्ध मधुर बने रहेंगे। आप अपनी माता से रुष्ट हो सकते हैं।
कन्या
आपके मन में मधुरता बनी रहेगी। आपकी वाणी हंसमुख होगी। हंसी मज़ाक करना पसंद करेंगे। मन में कामुकता बढ़ेगी। आप अधिक रति क्रिया का प्रयास करेंगे। इस कारण स्वास्थ्य में ख़राबी आ सकती है। मीठा खाने की अधिक इच्छा होगी और पान खाने की इच्छा भी होगी। पिता को लाभ होगा और उनके पुराने मित्र आदि से उनका मेल मिलाप हो सकता है। पिता के रुके हुए कुछ कार्य पूर्ण होंगे। माता को कोई रोग ग्रसित कर सकता है।
तुला
शत्रु हावी होंगे। आपको मन में दुर्बलता का एहसास होगा। रोग से ग्रसित हो सकते हैं। मामा से मिलने का योग बन सकता है। कार्यों में विघ्न उत्पन्न हो सकता है। मन में आलस्य प्रमाद हावी होगा। धन का अपव्यय करेंगे। कार्यों को देरी से करने की कोशिश करेंगे। किसी दूसरे व्यक्ति के न करने के कारण कोई कार्य आपको मिल सकता है जिसकी आप इच्छा करते हैं। पिता के लिए समय ठीक है। पिता की रूचि लेखन आदि में हो सकती है। माता अधिक बातें करना पसंद कर सकती हैं।
वृश्चिक
सन्तानोत्त्पत्ति में समस्या आ सकती है। संतान का स्वास्थ्य खराब रह सकता है। प्रेम सम्बन्ध शुरू होने के अच्छे योग हैं। अगर आप प्रयास रत रहेंगे तो 3-4 माह में सफल हो सकते हैं। संगीत कला में रूचि बढ़ेगी। पिता के लिए अच्छा समय रह सकता है, उनको सम्मान और स्नेह प्राप्त हो सकता है। ज्ञानार्जन में माता की रूचि बढ़ेगी। आप सपरिवार समय का आनंद प्राप्त करेंगे। माता पिता के मध्य साम्य बना रहेगा। छोटे भाई बहनों को धन लाभ होगा। अगर अभी किसी अग्रज की विवाह की चर्चा चल रही है तो काफी लाभ विवाह द्वारा हो सकता है।
( इस प्रकार के यन्त्र भैयाजी द्वारा भोज पत्र पर बनाए जाते हैं , अलग अलग जीवन की कठिनाइयों के लिए , ख़ास मन्त्रों द्वारा , विशेष ग्रह योगों / तिथियों पर )
धनु
रिश्तेदारों से लाभ होगा और प्रसन्नता मिलेगी। धन कहीं अटक सकता है अतः सावधानी आवश्यक है। मित्र सहायक होंगे। स्वास्थ्य में परेशानी बनी रह सकती है। पुरुष शक्ति में क्षीणता महसूस कर सकते हैं। मन में खिन्नता बार बार आ सकती है। पिता को मानहानि का सामना करना पड़ सकता है। माता के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर संभव है। चाचा को कर्ज़ के कारण विवाद झेलना पड़ सकता है। घर के पालतू जानवरों में आपकी रूचि बढ़ेगी।
मकर
शुक्र आपका पञ्चमः और दशम का स्वामी होकर उच्च ग्राही होगा। अतः आपको कार्यक्षेत्र में सम्मान की प्राप्ति मिलेगी। नए संपर्क बबनेंगे। आपके परिवार में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाइयों से आपका प्रेम और प्रगाढ़ होगा। आपकी यात्राएँ भी संपन्न होंगी। आपकी वाणी लोगों को प्रभावित करने में सक्षम होगी। घर का वातावरण अच्छा रहेगा, माता पिता में मधुरता रहेगी। माता को सामान्य से अधिक व्यय करना पड़ेगा। मामा को कार्यस्थल पर विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
कुम्भ
भाग्येश और चतुर्थेश शुक्र उच्च का होने पर निश्चित ही शुभ फलदायी होगा। व्दितीय भाव में गोचर के कारण यह आपको धन मान यश सब प्रदान करेगा बशर्ते इसकी अन्तर्दशा या प्रत्यंतर चल रहा हो। नवीन वस्तुएँ आप क्रय करेंगे। आपको धन हानि होने के अल्प योग भी बने हुए हैं। परिवार में अच्छा माहौल रहेगा। पिता की सेहत पर थोड़ा सा प्रतिकूल असर हो सकता है। माता का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा तथा धनागमन भी होगा।