हरी ॐ साईं राम ,

राहु और केतु एक साथ मार्च 2019 को राशि परिवर्त कर रहे हैं। यहां हम राहु के स्थान परिवर्तन यानी गोचर की बात करेंगे। वैदिक ज्योतिष में छाया ग्रह के तौर पर जाना जाने वाले राहु का गोचर काफी महत्वपूर्ण होता है।

वैदिक ज्योतिष में राहु को छाया ग्रह कहा गया है। यदि कुंडली में राहु मजबूत स्थिति में है तो यह व्यक्ति को जीवन में मान-सम्मान और राजनीतिक सफलताएं प्रदान करता है। इसके विपरीत यदि कुंडली में राहु की स्थिति प्रतिकूल है तो यह अनेक प्रकार की शारीरिक व्याधियां पैदा करता है। इसे कार्य सिद्धि में बाधाएं उत्पन्न करने वाला तथा दुर्घटनाओं का कारक माना जाता है। इसके अतिरिक्त राहु मानसिक तनाव, धन हानि और झूठ बोलने आदि का कारक भी होता है। अगर यह जातक की कुंडली में मजबूत स्थिति में है तो जीवन में मान-सम्मान और सफलता प्रदान करता है, वहीं अगर प्रतिकूल हो तो स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करने के साथ ही कार्य में भी बाधाएं उत्पन्न करता है।

राहु 7 मार्च 2019 को रात्रि 02:48 बजे मिथुन राशि में गोचर करेगा और 22  सितंबर 2020  तक इसी राशि में रहेगा, जो 23 सितंबर 2020 की सुबह 05:28 बजे मिथुन से वृषभ राशि में प्रवेश करेगा। आइए जानते हैं कि राहु के राशि परिवर्तन का अन्य सभी राशियों पर क्या असर होगा? 

 
नोट : राहु के राशि परिवर्तन के नकारात्मक असर के बारे में जानने और इसे दूर करने के लिए अाप , वैदिक ज्योतिष के उपाए पूछ कर करें .
 
मेष
राहु आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेगा।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में तीसरा भाव पराक्रम के साथ-साथ सहजता का भाव होता है। राहु के तीसरे भाव में स्थिति आपके लिए शुभ संकेत है और इस अवधि में आपको नौकरी में सफलता मिलेगी। अगर अाप जॉब बदलना चाहते हैं तो इसमें भी अापको सफलता हासिल होगी। इस अवधि में अापको अार्थिक लाभ मिलने की संभावना है, साथ ही अधीनस्थ कर्मचारियों का भी पूरा सहयोग मिलेगा। अाप अगर किसी लंबी यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो उसे टाल देें, क्योंकि छोटी यात्रा अापके लिए लाभदायक हो सकती है। दोस्तों से भी अापको मदद मिलेगी। कार्यक्षेत्र में प्रमोशन के योग हैं और विदेश यात्रा का भी प्लान बन सकता है। 
जनरल उपायः शुभ फल की प्राप्ति के लिए बुधवार की शाम तिल का दान करना बेहतर होगा।

वृषभ
राहु का गोचर आपकी राशि के दूसरे भाव में होगा। कुंडली में दूसरा भाव जीवन में धन की विवेचना करता है। ऐसे में यह अापके लिए कष्टदायक हो सकता है। अापकी अार्थिक व्यवस्था गड़बड़ा सकती है, ऐसे में अापको संभलकर अागे की योजना बनानी होगी। लापरवाही बरतने पर अार्थिक नुकसान हो सकता है। खास बात यह है कि इस दौरान न तो किसी को कर्ज दें और ना ही किसी से कर्ज लें। अपनी वाणी और व्यवहार पर नियंत्रण रखें, अन्यथा किसी गलतफहमी के कारण घर का माहौल बिगड़ सकता है। इस दौरान धैर्य रखें और अपने क्रोध पर भी नियंत्रण करें। इस अवधि के दौरान आपके ख़र्च में वृद्धि होगी और आपका मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, क्योंकि लापरवाही से शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। 
जनरल उपायः नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए रविवार को भैरव देव के मंदिर में काले रंग का ध्वज चढ़ाना चाहिए।
 
मिथुन
राहु आपकी राशि में ही प्रवेश कर रहा है, जो आपके लग्न भाव में स्थित होगा। लग्न भाव जन्म का भाव होता है और इसमें राहु का स्थित होना अनुकूल नहीं माना जाता है। ऐसे में आपको सावधानी बरतने और संभलकर चलने की जरुरत होगी। अपने स्वास्थ्य को लेकर भी सावधानी बरतें, क्योंकि लापरवाही से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। कोई पुरानी बीमारी उभर सकती है, ऐसे में चिकित्सक की सलाह लेना बेहतर होगा। हालांकि राहु का गोचर अापके लिए बौद्धिक रूप से अच्छा रहेगा, लेकिन विद्यार्थियों को पढ़ाई में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अाप जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें, क्योंकि यह उचित नहीं होगा। किसी बात पर दोस्तों के साथ मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। 
जनरल उपायः नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए अपनी जेब में काले रंग का कंचा (शीशे की गोली) रखें।
 
कर्क
राहु का गोचर आपकी राशि से बारहवें भाव में होगा। यह खर्च का भाव होने के लिए इस अवधि में आपके ख़र्चों में काफी वृद्धि होगी। इस दौरान आप किसी विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। हालांकि आपके पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव हो सकता है। बच्चों की सेहत बिगड़ सकती है, इसिलए उनपर ध्यान दें। गलत और गैर कानूनी कार्यों से दूर रहें, अन्यथा जेल की हवा खानी पड़ सकती है। कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और कार्य में किसी प्रकार की रुकावट आ सकती है या उच्चाधिकारियों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं। इससे अापको मानसिक तनाव हो सकता है, हालांकि इससे बिना घबराए अपना काम समय पर करते रहें। 
जनरल उपायः समस्याओं के निदान के लिए महाकाली एवं भैरव देव की आराधना करना अापके लिए लाभदायक होगा।
 
(अपनी कुंडली में राहु-केतु की स्थिति जानकर उनके अशुभ फलों को दूर करें)
 
सिंह
आपकी राशि से 11 वें भाव में राहु का गोचर आपके लिए शुभकारी होगा और अापको इसके सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे।कुंडली में यह भाव इनकम और लाभ का भाव होता है। कॅरियर में ग्रोथ के साथ ही कई बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे। आपको कोई उपलब्धि हासिल हो सकती है। कार्य में सफलता और विभिन्न क्षेत्रों से लाभ प्राप्त होने की संभावना है। इससे अापको काफी खुशी मिलेगी। हालांकि बच्चों को लेकर आप थोड़े परेशान रह सकते हैं। विद्यार्थियों को पढ़ाई में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दोस्तों के साथ मौज मस्ती होगी। सामाजिक क्षेत्र में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा, लेकिन कार्य क्षेत्र में अपने वरीय अधिकारियों से रिश्ते बेहतर बनाना लाभकारी रहेगा। 
जनरल उपायः कुत्तों को खाना खिलाना अापके लिए फायदेमंद होगा।
 
कन्या
राहु आपकी राशि से दसवें भाव में गोचर करेगा। यह कर्म एवं पद-प्रतिष्ठा का भाव होता है और यहां राहु का होना शुभ संकेत नहीं है। वैसे अापको अार्थिक क्षेत्र में फायदा जरुर होगा। अापके पास विभिन्न स्रोतों से अाय होगी और धन की बचत भी होगी। लक्ष्य को जल्द हासिल करने के लिए शॉर्ट-कट रास्ता न अपनाएं, क्योंकि इससे भले ही अापको तात्कालिक लाभ मिले, लेकिन लॉंग टर्म में हानी हो सकती है। अपनी माँ के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कामकाजी लोगों की व्यस्तता बनी रहेगी और इसका असर अापके व्यक्तिगत जीवन पर भी पड़ेगा। 
जनरल उपायः विशेष लाभ के लिए श्री राम रक्षा स्तोत्र का जाप करना अापके लिए उचित होगा।

तुला
आपकी राशि से नौवें भाव में राहु का गोचर आपके अनुकूल नहीं है।कुंडली में नौवां भाव भाग्य और धर्म के बारे में बताता है। इस दौरान आपको भाग्य का साथ नहीं मिलेगा और परिणाम भी अाशानुकूल नहीं होगा। अार्थिक क्षेत्र में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। पैसों की लेनदेन में सावधानी बरतें, अन्यथा हानि हो सकती है। हालांकि अापके तीर्थ यात्रा पर जाने के योग हैं। इस अवधि में अापका पारिवारिक जीवन प्रभावित हो सकता है। पिता के स्वास्थ्य में गिरावट आने की संभावना है, इसलिए उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अाप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं। 
जनरल उपायः ऐसे समय में अापके लिए ॐ दुं दुर्गाय नमः का जाप लाभदायक होगा।
 
(अपनी कुंडली में राहु-केतु की स्थिति जानकर उनके अशुभ फलों को दूर करें, वैदिक ज्योतिष के उपायों से )
 
वृश्चिक
राहु आपकी राशि से आठवें भाव यानी आयु के भाव में प्रवेश कर रहा है, जो आपके लिए अनुकूल नहीं है।कुंडली में आठवां भाव आयु का भाव होता है। इस स्थिति में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, अन्यथा चोट लग सकती है। अपनी सेहत का ध्यान रखें। अापका अार्थिक क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। इस अवधि में आपकी आय में कमी हो सकती है। ऐसे में सोच-समझकर ख़र्च करना उचित होगा। परिवारजनों के साथ सामंजस्य बनाए रखें, क्योंकि उनके अनुचित व्यवहार से अापको तनाव हो सकता है। इसका असर अापके स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है, इस कारण तनाव से दूर रहने का प्रयास करें। 
जनरल उपायः राहु के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार की दोपहर 12 बजे से पहले नीले वस्त्र का दान बेहतर होगा।
 
धनु
राहु आपकी राशि से सातवें भाव में स्थानांतरित हो रहा है, जो अापके वैवाहिक जीवन में परेशनियां उत्पन्न कर सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में सातवां भाव वैवाहिक जीवन की विवेचना करता है।इस अवधि में जीवनसाथी के साथ संबंधों में , (  तीसरे की वजह से ) , कटुता अा सकती है। ऐसे में अपने जीवन साथी की भावनाओं को समझने का प्रयास करें और उनपर किसी तरह का दबाव बनाने का प्रयास न करें। राहु का प्रतिकूल प्रभाव अापके कार्यक्षेत्र पर भी पड़ेगा। ऐसे में बिजनेस पार्टनर के साथ मतभेद हो सकता है। इससे बचें और कार्य क्षेत्र में अाने वाली बाधाओं को दूर करने का प्रयास करें। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद भी उभर सकता है।
जनरल उपायः इनसे राहत के लिए राहु-केतु की शांति के लिए अनुष्ठान करना अापके पक्ष में रहेगा।
 
मकर
आपकी राशि से छठे भाव में राहु का गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा।कुंडली में छठा भाव रोग, भय और क्षति का होता है। इस अवधि में आपको शुभ परिणाम मिलेंगे और इससे जीवन में खुशियां आएंगी। कॅरियर में सफलता मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन और आय में बढ़ोत्तरी की भी संभावना है। विद्यार्थियों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। किसी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता की प्रबल संभावना है। यदि आपने बैंक में लोन के लिए आवेदन किया है तो आपका अावेदन स्वीकृत हो जाएगा। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी यह अवधि बेहतर साबित होगी। अापका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। 
जनरल उपायः बेहतर फल की प्राप्ति के लिए ॐ रां राहवे नमः मंत्र का जाप करें।
 
(अपनी कुंडली में राहु-केतु की स्थिति जानकर उनके अशुभ फलों को दूर करें, वैदिक ज्योतिष के माध्यम से )
 
कुंभ
आपकी राशि से पांचवे भाव में राहु का गोचर ज्यादा अनुकूल नहीं है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में पाँचवा भाव बुद्धि, विद्या एवं संतान को दर्शाता है।इस दौरान आपको आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए पैसों का लेनदेन और निवेश काफी सोच-समझकर करें। प्रेम संबंधों में सावधानी बरतें, अन्यथा प्रियजन के साथ विवाद हो सकता है। इस परिस्थिति से बचने के लिए अपने पार्टनर की भावनाओं को समझें और उन्हें पूरा समय दें। विद्यार्थियों के लिए भी यह समय चुनौतिपूर्ण है। परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ेगा।
जनरल उपायः बेहतर लाभ के लिए सात प्रकार का अनाज मिलाकर पक्षियों को खिलाना लाभदायक होगा।
 
मीन
राहु का आपकी राशि से चौथे भाव में स्थानांतरित होना आपके लिए कष्टदायक हो सकता है। कुंडली में चौथा भाव माता, सुख, वृद्धि और बंधु के संबंध को बताता है।इसका असर अापके पारिवारिक जीवन पर पड़ सकता है। अापकी माता का स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है। उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कार्यक्षेत्र में भी अापको परेशानी होगी और व्यस्तता के कारण अाप निजी जीवन में कम समय देेंगे। परेशनियों के कारण अापको मानसिक तनाव हो सकता है और इस कारण अापका ध्यान भी भटक सकता है। ऐसे में अाप मानसिक शांति बनाए रखें। अनावश्यक खर्च से बचने के लिए सोच-समझकर खर्च करना बेहतर होगा। 
जनरल उपायः नकारात्मक प्रभावों को कम करने और शुभ फल की प्राप्ति के लिए शनिवार के दिन किसी जरुरतमंद को कंबल का दान करें।


हरी ॐ साईं राम