हरी ॐ ,

शनि न्याय और अनुशासन प्रिय ग्रह हैं। शनि गोचर, साढ़ेसाती और महादशा का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। क्योंकि इसके प्रभाव से मनुष्य के जीवन में बड़े बदलाव होते हैं , जैसे शादी , नॉकरी व्यवसाय बच्चे आदि । हालांकि ये परिवर्तन सुखद और दुखद दोनों हो सकते हैं।

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इसका फल आपकी राशि और कुंडली में शनि की चाल और स्थिति से तय होता है। साल 2017 में शनि ग्रह अपनी राशि बदलेंगे और अन्य राशि में गोचर करेंगे।शनि पापी ग्रह हैं ( ग्रह पापी नहीं होते हैं , यहाँ ये ज्योतिष की भाषा है , पापी हमारे अपनी करम / नज़र / सोच / वाणी होती है  ), परन्तु इसके साथ साथ शनि एक न्यायाधीश ग्रह है, जो आपको अपने पुराने कर्मों का फल प्रदान करते हैं, यदि आप ने सुकर्म किये है या सुकर्म कर रहे  हैं तो निश्चित ही शुभ फल,की प्राप्ति होगी परन्तु आप ने कुकर्म / पाप किए हैं तो अवश्य ही जज के द्वारा दण्डित किया जाएगा इस बात में लेश मात्र भी संदेह नहीं है।

“शनि शत्रु नहीं मित्र हैं , अपने  करम सुधारें ”

शनि का धनु में गोचर का राशियों पर प्रभाव | Saturn Transit in Sagittarius

ज्योतिष शास्त्र में शनि नौकर है। सूर्य पुत्र शनि कृष्ण वर्ण के है। शनि के लंगड़ा होने के कारण इनकी गति धीमी है। शनि का वाहन कौआ है। ज्योतिष शास्त्र में शनि निम्नलिखित का कारक माना जाता है।

  • सूर्य पुत्र
  •  रोग
  •  दुःख
  • कमजोर स्वास्थ्य
  • संघर्ष
  • वाधाए
  •  शत्रुता
  •  मृत्यु
  •  दीर्घायु
  • जरायु
  • नंपुसकता
  •  कृष्ण वर्ण
  •  क्रोध
  •  विकलांगता
  • नौकर
  • नौकरी  इत्यादि

शनि तुला राशि में २० अंश में उच्च का होता है तथा मेष राशि में २० अंश में नीच का होता है। शनि मकर एवं कुंभ राशि का स्वामी है। इनका मूल त्रिकोण राशि कुंभ है। शनि को दुख व शोक का कारक भी माना जाता है।

शनिदेव 26 जनवरी 2017 को  वृश्चिक राशि से  धनु  राशि में रात ९.३४ को प्रवेश करेंगे , और २३ जनवरी २०२० तक रहेंगे।

इस राशि में शनि  सबसे पहले केतु के मूल नक्षत्र में भ्रमण करेंगे उसके बाद  शुक्र तथा सूर्य नक्षत्र में परिभ्रमण करेंगे। वही नवांश में मेष राशि से लेकर धनु राशि तक क्रमशः परिभ्रमण करेंगे।

यहां लग्न तथा चन्द्रमा की राशि को आधार मानकर, शनि का बारह राशियों पर आम तोर पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है इस का भैयाजी द्वारा  विस्तृत विवेचना किया जा रहा है। आपके जन्म कुंडली में चन्द्रमा जिस राशि में होता है उसे ही राशि या चन्द्र राशि कहा जाता है । आइये अब भैयाजी से  जानते  है  कि  शनि  का   धनु राशि में  आने से सभी  राशियों पर  क्या-क्या  प्रभाव  पड़ेगा ।

साल की शुरुआत में शनि वृश्चिक राशि में होगा। 26 जनवरी गुरुवार को शनि वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में गोचर करेगा व 6 अप्रैल से धनु राशि में वक्रीय गति करेगा और 25 अगस्त तक धनु राशि में स्थित रहेगा। 21 जून बुधवार को शनि पुन: वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद दोबारा 26 अक्टूबर गुरुवार को धनु राशि में प्रवेश करेगा। 4 दिसंबर सोमवार को सूर्य के निकट होने से शनि ग्रह का प्रभाव कम हो जाएगा और यह 8 जनवरी 2018 सोमवार तक इसी अवस्था में रहेगा। शनि ग्रह के इस संचरण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। हालांकि प्रत्येक राशि पर इसका असर भिन्न-भिन्न होगा। शनिजी का राशि परिवर्तन हमारे देश और विदेश के लिए भी बारे परिवर्तन लाएंगे , जिनमें से कुछ की शुरुआत कुछ समाये पूर्व से हो चुकी है , इनकी विस्तृत जानकारी भैयाजी आने वाले लेखों में आप सब को भेजेंगे।  भारत वर्ष की जनम कुंडली वृषभ लगन की कुंडली है , और इस आधार से शनिजी अष्टम भाव में गोचर करेंगे , और ये गोचर दशम भाव पर पूर्ण दृष्टि देगा ,  और इस कारण अप्रत्याशित राजनितिक परिवर्तन देखने को मिलेंगे , अहंकारी लोग मुसीबत में  परेएँगे  , उथल पुथल की स्तिथि देश में बानी रहेगी ,  अनिश्चितता का माहौल देश की जनता में निर्माण होगा ,  क्षेत्र में काफी कमी आ सकती है , शासक  लिए चुनॉतीयां बरेंगी और जनता अप्रसंन  रहे सकती है , मेंगाई  बार सकती है।  देश और दुनिया की बारे में ज़्यादा वृस्तृत  जानकारी हमारी वेब साइट पर  जल्द ही आप पड़ पाएंगे।

मेष राशि

शनि का धनु में गोचर का मेष राशि पर आम प्रभाव | Saturn Transit Dhanu and Effects Aries

शनि धनु राशि में 26 जनवरी 2017 को प्रवेश करेंगे उनकेइस राशि में आने से मेष राशि के जातक के ऊपर कुछ न कुछ प्रभाव अवश्य पडेगा।  मेष राशि तथा मेष लग्न वालो के कुंडली में शनि का गोचर नवम भा में हो रहा है। शनि आपके भाग्य स्थान में बैठकर लाभ, परिश्रम तथा रोग स्थान को देख रहा है अतः स्पष्ट है की कठिन मेहनत से ही लाभ मिलने की सम्भावना है। अपने भाग्य वृद्धि के लिए आपको कठोर परिश्रम करना ही पड़ेग

मेष राशि वाले जातकों के लिए शनि देव दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। 10वां भाव नौकरी, व्यवसाय और कर्म को दर्शाता है जबकि 11वां भाव आमदनी, लाभ और सफलता को दर्शाता है। 26 जनवरी को शनि का गोचर धनु राशि में होगा। इस दौरान शनि का गोचर मेष राशि से नौंवे भाव में होगा। यहाँ से सनीजी की सीधी दृष्टि ११ भाव तथा ६  होगी।  इसके परिणामस्वरूप करियर की शुरुआत थोड़ी धीमी होगी। कार्य स्थल पर तनाव और चुनौती का सामना करना पड़ेगा इसलिए हर परिस्थिती में धैर्य बनाए रखें। जून तक आपके करियर की रफ्तार सुस्त रहेगी। जून से लेकर अक्टूबर तक का समय कष्टकारी रहेगा। क्योंकि आय और करियर से जुड़ी परेशानी देखने को मिलेगी। जब शनि वक्रीय गति करते हुए आपके आठवें भाव में प्रवेश करेगा। उस वक्त आपको अपने धैर्य की परीक्षा देनी होगी इसलिए कठिन परिश्रम और प्रयास जारी रखें। आपके भाई-बहनों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें। क्रोध और हाथ बार सकता है।  अक्टूबर के आखिरी में शनि दोबारा नौंवे भाव में स्थित होगा। इस समय में आप विरोधियों पर हावी होंगे और वे आपसे सुलह करने की कोशिश करेंगे। पहले से चली आ रही परेशानियां व तनाव दूर होगा और आप सुकून महसूस करेंगे। शनि धनु राशि में 26 जनवरी 2017 को प्रवेश करेंगे उनकेइस राशि में आने से मेष राशि के जातक के ऊपर कुछ न कुछ प्रभाव अवश्य पडेगा।  मेष राशि तथा मेष लग्न वालो के कुंडली में शनि का गोचर नवम भा में हो रहा है। शनि आपके भाग्य स्थान में बैठकर लाभ, परिश्रम तथा रोग स्थान को देख रहा है अतः स्पष्ट है की कठिन मेहनत से ही लाभ मिलने की सम्भावना है। अपने भाग्य वृद्धि के लिए आपको कठोर परिश्रम करना ही पड़ेगा। शत्रु परेशांन कर सकते हैं , यात्रा में धन में धन धन  हानि संभव है।

सामान्य फल

शनि का यह गोचर आपके लिए अनुकूल ही रहेगा। मेष लग्न तथा मेष राशि वालो के लिए शनि कर्म तथा लाभ स्थान का स्वामी होकर गोचर में भाग्यस्थान में परिभ्रमण कर रहा है विद्यार्थियों (Students) के लिए प्रतियोगिता में सफलता पाने का सुवसर है प्रतियोगी बने सफलता मिलेगी । शत्रुओ से बचे उसे हावी न होने दें। शनि की स्थिति और दृष्टि के कारण आपके अंदर गुस्सा और जिद्दीपन बढेगा।  प्राचीन शास्त्रों में आपकी रूचि बढ़ेगी। आपको अपने लोगो से  लड़ाई-झगड़ा एवं विवाद का योग बन रहा है इसलिए यथा सम्भव इससे बचने का प्रयास करे। आपके करीबी मित्र भी मानसिक कष्ट दे सकते है।

पारिवारिक जीवन

अपने पिता  ( Father ) से मनमुटाव होगा आपके कारण आपके पिताजी परेशान हो सकते है। पिताजी का स्वास्थ्य भी ख़राब हो सकता है और उनके स्वास्थ्य को लेकर आप मानसिक रूप से परेशान होंगे। शत्रु से परेशानी बढ़ सकती हैं।  कोर्ट कचहरी का कोई मामला चल रहा है तो उसमे विलम्ब होगा या  असफलता मिलेगी। आपको किसी से अपमानित भी होना पड़ सकता है। घर में किसी बड़े-बुजुर्ग या पिता का शोक सम्भावित है।ध्यान रखें , अपने  करीबियों से वाद विवाद हो सकता है। हांलाकि माकन या ज़मीन सम्भन्दित कोई सफलता मिल सकती है।

स्वास्थ्य

शनि की दृष्टि रोग भाव पर होने के कारण आपको कोई असाध्य बिमारी से परेशान हो सकते हैं। स्वास्थ खराब हो सकता है अतः तुरंत ध्यान दे आलस्य न करे। जोड़ो में दर्द की शिकायत हो सकती है। खासकर घुटनो का दर्द ज्यादा परेशान कर सकता है। लिवर में कोई दिक्कत हो सकती है इसके कारण जौडिस की बिमारी हो सकती है।

व्यवसाय एवम आर्थिक क्षेत्र

कार्यक्षेत्र के लिए अनुकूल समय है यदि नौकरी   की तलाश कर रहे है तो निश्चित ही नौकरी मिलेगी परन्तु विलम्ब हो सकता है। यदि नौकरी में परिवर्तन चाह रहे है तो भी अनुकूल समय है आपको इस समय का लाभ उठाना चाहिए। शनि अधिष्ठित राशि का स्वामी गुरु तथा भाग्येश गुरु गोचर में अपने से कर्म स्थान में भ्रमण कर रहा है जो आपके कार्य तथा व्यापार को वृद्धि करेगा।

आर्थिक तथा व्यापार में लाभ मिलेगा। आप अपने आप को पहले  से बेहतर महशुस करेंगे।व्यवसाय के लिए लोन लेने पड़ सकते है। किन्तु शनि के तृतीय वा पराक्रम भाव पर दृष्टि के कारण आपके पराक्रम में कमी आएगी जिसका प्रभाव आपके व्यापार पर सकता है।

यदि सरकार के अधीन कार्य कर रहे है तो सतर्क रहे आपके ऊपर पैनल्टी  । धन लाभ की दृष्टि से किये गए यात्रा में नुकसान हो सकता है।  आप योजना तो बहुत बनाएंगे परन्तु सभी योजनाए लाभ देने वाला नहीं होगा।  जिसके कारण दुःख और अप्रसन्नता बढ़ेगी। कार्यस्थल पर आपके साथ काम करने वाले कर्मचारी धोखा दे सकता है जिससे मानसिक कष्ट होगा।

ध्यातव्य बातें

वास्तव में यह समय अत्यंत सावधानी का है। सकारात्मक सोच पर ध्यान दें। इस समय सबकुछ आपके अनुकूल होगा।  जो लोग धार्मिक कार्यों से जुड़े हुए हैं उन्हें अवश्य ही लाभ  मिलेगा।  भाग्य की वृद्धि धीरे धीरे संभावित है इसके लिए धैर्य धारण करना सबसे बढ़िया उपाय है।

भैयाजी के आम और सरल उपाय: चींटियों को आता डालें , और काले कपड़े  दान करते रहे , मोटा अन्नाज सरसों का तेल , लोहे का बर्तन कुछ   गाय खासकर काली गाय को घी लगी रोटी खिलायें , शनिवार को कच्ची ज़मीन पर सात बूंदें सरसों  का तेल गिराएं।

वृषभ राशि

 शनि गोचर 2017 का वृष राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Taurus
वृष राशि वालो के लिए शनि नौवें (भाग्य) और दसवें ( कर्म) भाव का स्वामी होकर अष्टम (मृत्यु ) स्थान में गोचर करेंगे। अष्टम स्थान में गोचर होने से आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है। वृषभ लग्न वालों के लिए शनि योगकारक ग्रह है होता है क्योंकि यह आपके कर्म और भाग्य भाव का स्वामी है। परन्तु गोचर में मृत्यु स्थान में होने से सामान्यतः यह समय आपके लिए बहुत शुभ नहीं रहने वाला है।२६  जनवरी आप पर शनिजी की ढैया भी प्रारम्भ हो जाएगी।

वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि नौंवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। ये भाव भाग्य, कर्म, पेशा और शोहरत को दर्शाते हैं। साल 2017 में शनि का गोचर वृषभ राशि से आठवें भाव में होगा।इस दौरान आपके पिता के स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है। रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है इसलिए संयमित भाषा बोलें और विवाद की स्थिति से बचने की कोशिश करें। भाग्य कभी आपका साथ देगा तो कभी निराशा हाथ लग सकती है। सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत और सार्थक प्रयास करने होंगे। पुरानी बीमारी परेशान कर सकती है इसलिए सेहत को लेकर लापरवाही नहीं बरतें। इस साल शनि देव आपकी कड़ी परीक्षा लेंगे। परिजनों, बच्चों और दोस्तों के साथ रिश्तों को बनाए रखने के लिए अथक प्रयास करने होंगे और सभी को साथ लेकर चलना होगा। करियर के लिहाज से जून से अक्टूबर तक का समय बेहद अच्छा है। क्योंकि वक्रीय गति के दौरान शनि का गोचर आपके सातवें भाव में होगा। इस दौरान आपको बेहतरीन अवसर मिलेंगे। हालांकि इसके बाद शनि के दोबारा वक्रीय गति करते हुए आठवें भाव में लौटने से आपको किसी बुरे अनुभव का सामना करना पड़ सकता है जो एक बड़ी रूकावट पैदा करेगा। भावुकता में  बड़ोतरी  होगी , तनाव बार सकता है , हालाँकि आर्थिक और  व्यवसाहिक मिलेगी , परंतु किसी अपने  से दूर होने का शोख मिलेगा , यह भरी भी हो सकता है। धन हानि  संभावना कुछ लोगों को हो सकती है ,  ख़ास कर जिनकी शनिजी  महादशा या अंतर्दशा या प्रत्यंतर  हो या चलने वाली हो। इन लोगों को अपमान झेलना पड़ सकता है , ५० वर्ष से ज़्यादा आयु वाले लोगों को बहुत सतर्क रहना होगा।

सामान्य फल | General Result

इस भाव से शनि की दृष्टि आपके कर्म भाव पर होगी जिसके परिमाम स्वरूप अचानक कार्य क्षेत्र में कोई न कोई परिवर्तन संभव है आपके सामाजिक, राजनैतिक,आर्थिक और व्यवसायिक क्षेत्र में वृद्धि तथा स्थायित्त्व आएगी। यदि आपकी जन्मकुंडली में शनि अच्छा नहीं है तो आपको अपमानित भी होना पर सकता है। किसी को धोखा देने से बचे अन्यथा उलटा परिणाम मिल सकता है।

शनि के इस भाव में आने सब कुछ होते हुए भी मानसिक संवेदना बढ़ेगी। आपको चैन की नींद तथा भोजन करने में भी परेशानी हो सकती है। आपको कोई ना कोई तनाव अवश्य ही घेरे रहेगा। अचानक धन हानि का भी योग बन रहा है। गूढ़ विद्याओं के प्रति आपकी रूचि बढ़ेगी।

पारिवारिक एवम दाम्पत्य जीवन  | Family Life

किसी के साथ गुप्त सम्बन्ध बनने के कारण आपके दाम्पत्य जीवन में ठहराव आ सकता है। शनि के इस भाव में आने से किसी नजदीकी रिश्तेदार तथा जीवन साथी से दूर होने का शोक हो सकता है।  कोई पैतृक संपत्ति हमेशा के लिए आपके हाथ से निकल सकती है। प्रॉपर्टी से संबंधित कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय इस समय न लें और यदि लेना ही पड़े तो सोच समझकर लें। पिता के लिए यह समय अच्छा नहीं है उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। यदि केश मुकदमा चल रहा है तो अंतिम फैसला संभव है।

स्वास्थ्य | Health

अगर स्वास्थ्य की बात करे तो अष्टम स्थान से शनि की दृष्टि दूसरे स्थान पर होगी अतः आपको आँख, कान, नाक, गला से सम्बंधित कोई न कोई परेशानी अवश्य होगी। यदि ज्यादा उम्र के हैं तो रतौधी या काला मोतियाबिंद जैसी बिमारी हो सकती है। पेट से सम्बंधित बिमारी भी हो सकती है कोई ऑपरेशन आदि का भी योग बन रहा है।

शनि गोचर 2017 का वृष राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Taurus

व्यवसाय एवम आर्थिक क्षेत्र | Business and Economic Status

यदि आप नौकरी कर रहे है तो नौकरी में बदलाव संभव है। बदलाव सोचसमझकर करे तो अच्छा रहेगा अचानक कोई फैसला लेने से बचे। नहीं तो आपके लिए परेशानी हो सकती है। यदि आप नौकरी नहीं कर रहे है और आप नौकरी की तलाश में है तो शनि देव का धनु में गोचर आपके लिए नौकरी अवश्य देगा।

अष्टम भाव में शनि का गोचर होने से आप की रूचि नए कार्यों में बढ़ेगी। आपकी प्रवृत्ति नए खोज या आविष्कारों में बढ़ेगी। आप रोज नई नई योजनायें बनायेगे तथा नए प्रयोग करेंगे। इस कार्य में आपको सफलता भी मिलेगी।  आर्थिक तौर पर आपको थोड़ा सा संघर्ष करना पड़ सकता है। इससे कार्यों की विकास गति प्रभावित होगी।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय : गए की ख़ास कर काली गए की सेवा निरंतर  चाहिए , घोरे  अंघुठि  पहनी चाहिए , काले तील दाल कर शनिवार को स्नान करना चाहिए , पीपलजी की पूजा उपासना ज़रूर करें , कच्ची ज़मीन पर थोड़ा सा सरसों का तेल गिरना चाहिए , आने वाले ढाई वर्ष पुरण तह जीवन को सात्विक बना लीजिये , सबका आदर कीजियेगा ,  किसी प्रकार का अन्याय  ना करें , नये काले कपड़े और जूतों का दान करें याद कड़ा करते रहे ।

मिथुन राशि

 शनि गोचर 2017 का मिथुन राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Gemini
मिथुन राशि वालो के लिए शनि नौवें (भाग्य) और अष्टम ( मृत्यु, संघर्ष ) भाव का स्वामी होकर सप्तम ( पत्नी  स्थान )  भाव में गोचर करेंगे। पत्नी /पति ( अर्थात पति की कुंडली में पत्नी स्थान तथा पत्नी की कुंडली में पति स्थान)  स्थान में गोचर होने से आपके दाम्पत्य जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है। मिथुन लग्न वालों के लिए शनि भाग्य भाव का स्वामी होकर पत्नी  अथवा साझेदार के घर में भ्रमण करेगा अतः पत्नी के कारण भाग्यवृद्धि  होगी। अविवाहित लोगों की  विलम्भ  रूकावट आ सकती है , ध्यान दें।  आपके व्यव्हार में बदलाव आ  सकता है , वाणी पर धयन दें  कहें उसे करें  परेशानी बरेंगी। खरचै बरेंगे  असमंजस  की स्तिथि बन सकती है ,  साझेदारी के काम में नुक्सान हो सकता है , सेहत पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है ,  साथी पिताजी की सेहत का ध्यान रखें ,  अप्रिय घटना का ध्यान रखें।

सामान्य फल | General Result

मिथुन लग्न में शनि अष्टम और नवम भाव का स्वामी है जो अब आपके छठे भाव से सप्तम भाव में प्रवेश करेगा। शनि की इस स्थिति के कारण आपको आध्यात्मिक और आर्थिक विकास के अच्छे अवसर मिलेंगे परन्तु किसी भी कार्य में प्रथम प्रयास में सफलता नहीं मिलेगी अर्थात हर कार्य में कुछ रूकावट के बाद ही सफलता का योग बनेगा अतः आपको निरंतरता बनाये रखनी पड़ेगी।

शनि के इस भाव में गोचर के दौरान आपकी सोच और प्रवृत्ति कुछ रहस्यात्मक रहेगी। आप ऊपर से कुछ और तथा अन्दर से कुछ और ही रहेंगे। जो सोचेंगे वह बोलेंगे नहीं और जो बालेंगे वह करेंगे नहीं अर्थात कथनी और करनी में बहुत अंतर संभावित है।

इस गोचर में आपको अच्छे और बुरे दोनों तरह के फल मिलेंगें। शनि के प्रभाव में आप अपने दोस्तों और शुभचिंतकों की पहचान करने में सफल हो पाएंगें।

पारिवारिक एवम दाम्पत्य जीवन | Family Life

शनिदेव गोचर में आपकी राशि से सातवें भाव में होंगे। सातवाँ  स्थान कुंडली में गृहस्थ जीवन और सहभागिता का है। शनि के राशि परिवर्तन से आपके अपने जीवन साथी के साथ संबंधों में  मनमुटाव  व दरार आ सकता  हैं।अपने जीवनसाथी से कुछ दिनों के लिए दूर रहना पड़ सकता है।

विवाह के योग्य जातकों के लिए यह शनि रुकावटें पैदा करेगा। परिवार में कुछ विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। परिवार का कोई सदस्य आपके विचारों का विरोध कर सकता है। यदि मकान लेने  का विचार बना रखे है तो सफलता मिल सकती है।

शनि गोचर 2017 का मिथुन राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Gemini

स्वास्थ्य | Health

स्वास्थ्य के लिए शनि की यह स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। जीवन साथी और पिता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। इनके स्वास्थ्य को लेकर आप परेशान रहेंगे। आपकी जीवन यात्रा में कुछ अप्रिय घटनायें घटित हो सकती है। घुटने में दर्द अगर पहले से है तो बढ़ सकता है।

व्यवसाय एवम आर्थिक क्षेत्र | Business and Economic status

यदि आप पार्टनरशिप में कोई कारोबार कर रहे हैं, तो निश्चित ही  दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। आप जितना धैर्य रखेंगे उतना ही आपको लाभ होगा अन्यथा बेकार में परेशानी बढ़ाएंगे।

यदि आप राजनेता है या सामाजिक कार्यो से जुड़े है तो धोड़ा संभलकर काम करे अकारण आपके ऊपर आरोप लग सकता है जिससे आपके मान सम्मान को धक्का पहुच सकता है। सट्टेबाज़ार से दूर रहें और उसमें किसी भी तरह का निवेश करने से बचें।

मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि देव आठवें और नौंवे भाव के स्वामी हैं। इनमें आठवां भाव किसी बड़े परिवर्तन, दीर्घायु को दर्शाता है जबकि नौंवा घर भाग्य और शोहरत से संबंधित है। इस वर्ष शनि का गोचर मिथुन राशि से सातवें भाव में होगा। इसके फलस्वरूप इस वर्ष आपको मिश्रित परिणाम मिलेंगे। कठिन परिश्रम की बदौलत कार्य स्थल पर मान-सम्मान में वृद्धि होगी। हालांकि दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां आ सकती हैं। जून की शुरुआत से अक्टूबर के बीच वक्रीय शनि का गोचर छठवें भाव में होगा। इस समय किसी विवाद को लेकर अदालती केस में फैसला आपके पक्ष में होगा। अक्टूबर 2017 के आखिरी में शनि वक्रीय गति करते हुए सातवें भाव में लौटेगा। इस दौरान भाग्य आपका साथ देगा। इस वर्ष आपको कई शुभ समाचार मिलेंगे। आप लगातार सफलता प्राप्त करेंगे। माता जी के स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है लेकिन नियमित देखरेख करने से उनकी हालत सामान्य हो जाएगी। इस वर्ष किसी नई जगह पर बसने के बारे में सोच सकते हैं। आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और वातावरण में बदलाव होगा।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय : मध्य अंगुली में काले घोड़े की नाल पहनें,  धैर्य रखें लाभ होगा , कुतों को भोजन कराएं , सतनाजा पक्षियों को खिलाएं , शनिजी का सरसों की तेल से अभिषेक करें , प्रातः प्राणायाम अवश्य करें।

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कर्क राशि

शनि गोचर 2017 का कर्क राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Cancer
कर्क राशि वालो के लिए शनि सातवें (पत्नी / पति घर) और अष्टम ( मृत्यु, संघर्ष ) भाव का स्वामी होकर छठे भाव में गोचर करेंगे।  कर्क लग्न वालों के लिए शनि पत्नी/पति भाव का स्वामी होकर रोग दुःख केस  मुकदमा के घर में भ्रमण करेंगे इस कारण दाम्पत्य जीवन में भूचाल आ सकता है। छोटे भाई से मन मुटाव की स्तिथि बन सकती है।  प्रॉपर्टी को लेकर विवाद हो सकता है। लेनदेन में सतर्कता बरतें ,

सामान्य फल | General Prediction

शनि के यहाँ गोचर से शत्रु आपको हराने की कोशिश करेंगे परन्तु सफल नहीं होंगे हां इसके कारण आप मानसिक रूप से परेशान हो से सकते हैं।

कम दूरी की धार्मिक यात्राओं का योग बन रहा है। यदि विदेश यात्रा ( Foreign Travel ) के लिए इछुक है तो आपको प्रयास तेज कर देना चाहिए देर सबेर सफलता मिल ही जायेगी।  यदि आप बहुत दिनों से एक ही स्थान पर स्थिर हैं तो स्थान परिवर्तन हो सकता है। अनावश्यक खर्च से बचाना चाहिए। यदि आप लोन लेना चाह रहे है तो आपको लोन मिल जाएगाँ।

पारिवारिक एवम दाम्पत्य जीवन | Family Life

वैवाहिक जीवन के लिए भी समय बहुत अनुकूल नहीं है। यदि सम्बन्ध पहले से ही ख़राब चल रहा है और तलाक की इच्छा रखते है तो जीवनसाथी से तलाक ( Divorce ) हो सकता है। आपस में लड़ाई झगड़ा के कारण केश-मुकदमा का भी सामना करना पर सकता है। पति पत्नी के सम्बन्ध में ज्यादा नोक झोक होने से जेल जाने का संयोग बन सकता है अतः अपने रिश्ते को बचाने के लिए आपको हर संभव प्रयास करना चाहिए। विवाह योग्य लोगों की बात इस समय नही बनने वाली है।

रिश्तो में प्रेम संबंधों  ( Love Relation ) को बचाने के लिए आपको बहुत मेहनत करना पड़ेगा साथ ही धन भी खर्च करने पड़ सकते हैं। सम्बन्धो में मनमुटाव हो सकता है। इस समय छोटे भाई बहन के साथ मनमुटाव सम्भव है। उनके साथ कोई प्रॉपर्टी को लेकर विवाद हो सकता है। भाइयो के साथ लेन-देन में सावधानी बरते।

शनि गोचर 2017 का कर्क राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Cancer

स्वास्थ्य | Health

आपको स्वास्थ्य संबंधी शिकायत होने की संभावना है। कर्क राशि से शनि गोचर में छठे भाव में होंगे। छठा भाव रोग दुःख ऋण शत्रु इत्यादि का भाव है अतः आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बढ़ेगी। कोई गंभीर बिमारी हो सकती है। घुटने में दर्द हो सकता है।

कमर के निचले हिस्से में अंग – भंग होने का योग बन रहा है सतर्क रहना ही समस्या का समाधान है। कोई ज्यादा दिन तक चलने वाली बिमारी हो सकती है। एसिडिटी का ख़ास ख्याल रखें

व्यवसाय एवम आर्थिक क्षेत्र | Business and Economic Status

नौकरीपेशा जातकों को सहकर्मियों से सहयोग नहीं मिलने की संभावना है। नौकरी में दिक्कत आ सकती है। यह एक ओर जहाँ आर्थिक मामलों के लिए अत्यन ही बेहतर है वही कुछ लोगों की साझेदारी टूट भी सकती है परन्तु कर्ज से मुक्ति दिलाने में शनि आपको सहायता करेगा।

शनि गोचर 2017 का कर्क राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Cancer

यदि व्यवसाय के क्षेत्र में कोई शत्रु आपको परेशान कर रहा है तो यह शनि उसको समाप्त करने में सक्षम होगा। कार्य स्थल पर संस्था प्रमुख के साथ नोकझोक हो सकता है जिसके कारण आपके अपने  काम में देरी हो सकती है।कर्क राशि के जातकों के लिए शनि सातवें और आठवें भाव का स्वामी है। इनमें सातवां घर पत्नी और साझेदारी से जुड़ा है जबकि आठवां भाव किसी बड़े परिवर्तन और दीर्घायु से संबंधित है। इस वर्ष शनि का गोचर कर्क राशि से छठवें भाव में होगा। इस दौरान परिवार के साथ किसी मुद्दे पर मतभेद हो सकते हैं। जीवन साथी के साथ विवाद बढ़ेगा। अगर आपने सूझबूझ के साथ काम नहीं लिया तो हालात बिगड़ सकते हैं। जून से अक्टूबर के बीच शनि का गोचर पांचवें भाव में होगा। रिश्तों पर किसी भी विवाद को हावी नहीं होने दें। बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। पढ़ाई में रुकावट और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। अक्टूबर के अंत में शनि वक्रीय गति करते हुए छठवें भाव में प्रवेश करेगा। इस समय परिजनों की बातें ध्यान से सुनें और फिर अपनी राय जाहिर करें। कानूनी विवाद में उलझ सकते हैं हालांकि अंत में जीत आपकी ही होगी। कोई पुरानी बीमारी दोबारा आप पर हावी हो सकती है इसलिए सेहत का खास ख्याल रखें। विदेश यात्रा पर जा सकते हैं साथ ही छुट्टियां मनाने के लिए भी बाहर का रूख कर सकते हैं। भाई-बहनों को वक्त दें और उनके साथ स्नेह का भाव रखें। दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ वक्त गुजारें।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय :पक्षियों को सात तरह के अनाज और दाल खिलायें , शनिजी की मंदिर में बादाम चराएं , पीपलजी  उपासना करें ,  शनिजी के  नामों का जप करें , मछलियों को आटे  की गोली खिलाएं ,

सिंह राशि

शनि गोचर 2017 का सिंह राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Leo
 सिंह राशि वालो के लिए शनि सातवें (पत्नी / पति घर) और छठे ( रोग, दुःख, लड़ाई, झगड़ा ) भाव का स्वामी होकर पंचम भाव में गोचर ( Transit in Fifth house)  करेंगे। सिंह लग्न वालों के लिए शनि षष्ठ भाव का स्वामी होकर पंचम भाव संतान के घर में भ्रमण करेंगे इस कारण संतान को लेकर जीवन में परेशानी आ सकती है। गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की आवश्यकता है , धन लाभ होगा , बच्चों को बरी मेहनत करनी परेगी सफलता पाने  के  लिए। कोई करीबी व्यक्ति धोखा दे  सकता है , सतर्क रहें।  आपकी ढैया अब समाप्त हो गई है , जीवन में शुभता शुरू होगी।  अविवाहितों की रिश्ते बनेंगे ,

शनि गोचर 2017 : सामान्य फल | General Prediction

सिंह लग्न तथा सिंह राशि के जातकों के लिए शनि छठे और सप्तम भाव का स्वामी होकर  आपके पंचम भाव में प्रवेश करेगा यहाँ से इसकी दृष्टि आपके दाम्पत्य भाव, लाभ भाव तथा धन भाव पर होगी परिणाम स्वरूप आपको अपने पार्टनर से धन लाभ का सुख मिलेगा परन्तु धोड़ी कटौती के साथ।

शिक्षा और प्रतियोगितामें सफलता के लिए आपको बहुत प्रयास करना पड़ेगा ( You have to do hard labor for success in Education and Competition )  अधिक मेहनत के बावजूद कम नंबर मिलने की संभावना है। कुछ लोगों को तो अकारण रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है । कोई करीबी मित्र आपको धोखा दे सकता है इस कारण आप किंकर्त्तव्यविमूढ़ावस्था में अपने आप को पाएंगे।

जो शिक्षार्थी तकनीकी विषयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उनके लिए इस अवधि में ज्ञान अर्जन करने में कठिनाई होगी। आपको झूठे आरोप का भी सामना करना पड़ सकता है।

शनि गोचर 2017 : पारिवारिक एवम दाम्पत्य जीवन | Family Life

शनि  ( Saturn ) की यह स्थिति आपके वैवाहिक जीवन के लिए बेहतर है इसका मुख्य कारण यह है की शनि स्वयं दाम्पत्य भाव का स्वामी होकर उसी भाव को देख रहा है परन्तु इस बात को भी नहीं भूले की इस समय आपके पार्टनर आप से मजबूत स्थिति में होंगे अतः सम्बन्ध में अहंकार तथा आलस्य को नहीं आने दे। जो जातक विवाह के योग्य है औरशादी ( Marriage )  करना चाह रहे है तो उनका विवाह संभव है।

यह शनि नए प्रेम सम्बन्ध ( Love Relation ) भी उत्पन्न करने में सक्षम है परन्तु मानसिक संताप भी अवश्य ही देगा। पंचम भाव का शनि बहुत से लोगों को अनैतिक कार्यों की ओर रूचि बढायेगा।

शनि आपकी राशि से पंचम भाव में प्रवेश कर, संतान सुख में कमी करेंगे क्योकि शनि छठे भाव का स्वामी है। संतान के कारण कष्ट संभावित है साथ ही गर्भवती महिलाओं को बेहद सावधानी बरतने की जरुरत है। आपको अपने बडे भाईयों से भी संबध खराब हो सकता है।

शनि गोचर 2017 का सिंह राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Leo

शनि गोचर 2017 : स्वास्थ्य | Health

स्वास्थ्य की बात करे तो शनि के गोचर से आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। मन से आप जरूर परेशान रहेंगे। कंधे में दर्द हो सकता है। आँख तथा पेट को लेकर कोई न कोई समस्या का सामना करना पड़ेगा। लिवर को लेकर सावधान रहे। खाने पीने पर विशेष धयान देने चाहिए। योग के शरण में जाना आपके लिए फायदेमंद होगा। पेट की पपरेशानी का ध्यान रखें ,  चिकित्सीय सलाह लेते रहें।  वायु विकार / एसिडिटी की समस्या का बहुत ध्यान रखें , साझेदार / पार्टनर से लाभ हो  सकता है परंतु विवाद का भी ध्यान रखें , शेयर मार्किट से दुरी बना कर रखें अन्यथा नुक्सान हो सकता है

शनि गोचर 2017 : व्यवसाय एवं आर्थिक क्षेत्र | Business and Economic status

2017 में शनि के गोचर से साझेदारी के व्यापार से आपको फायदा होना चाहिए परन्तु इस बात का अवश्य ही ध्यान रखे कि आपके जो भी पार्टनर होगा वह अपने फायदे की कोशिश ज्यादा करेगा इस कारण मनमुटाव या नोकझोक हो सकता है अतः संभलकर काम करने में बुद्धिमानी होगी ।

शनि गोचर 2017 का सिंह राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Leo

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इस अवधि में यदि आप कोई व्यापार करना चाहते है तो अवश्य ही साझेदारी में काम करने का मौक़ा मिलेगा। शनि की सांतवी दृष्टि लाभ भाव तथा दशमी दृष्टि धन भाव पर होगी जिससे आप हमेशा धन लाभ की चिंता से परेशान रहेंगे आपको धन का लाभ तो होगा परन्तु धीरे धीरे अतः धैर्य से कोई काम करे परिणाम के लिए इन्तजार करना सीख ले अन्यथा मानसिक परेशानी का सामना करना पर सकता है।

शेयर मार्केट से जुड़े लोगों को नुकसान हो सकता है। अतः यदि आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आपको ज्योतिषीय सलाह के अनुरूप निवेश करना चाहिए।

सिंह राशि के जातकों के लिए शनि छठवें और सातवें भाव का स्वामी है। छठवां घर संघर्ष, शत्रु और बीमारियों से संबंधित है वहीं सातवां भाव पत्नी और साझेदारी से जुड़ा है। 26 जनवरी को शनि का गोचर सिंह राशि से पांचवें भाव में होगा। इस साल लव मैरिज के योग बन रहे हैं हालांकि कुछ चुनौतियां भी सामने आएंगी। प्रेम प्रसंग के लिए यह साल बेहद अच्छा रहने वाला है। जैसे-जैसे वक्त गुजरेगा वैसे-वैसे प्यार बढ़ता जाएगा। आमदनी में बढ़ोतरी होगी और कार्य स्थल पर सम्मान और शोहरत मिलेगी। स्वयं पर गर्व महसूस करेंगे। इस दौरान आप नौकरी छोड़ने के बारे में भी सोच सकते हैं। चौथे भाव में शनि के गोचर करने की वजह से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। छोटे-मोटे झगड़े और विवादों की वजह से पारिवारिक रिश्ते कमज़ोर होंगे। अक्टूबर में शनि का गोचर पांचवें भाव में होगा। इसके फलस्वरूप स्थिर आय होने के बावजूद आपको आर्थिक मोर्चे पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए संयम रखें और बेवजह पैसा खर्च ना करें। इस साल वित्तीय प्रबंधन पर ध्यान देना होगा। बैंक या अन्य संस्था से लिया हुआ लोन चुकता हो जाएगा।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय : पीपल के पेड़ के नीचे सरसो तेल का दिया लगाएं , दही गुड़ घी से बनी चावल गौ माता या भैस को खिलाएं , हनुमानजी की उपासना मंदिर  जा कर करें  चोला चड़ाएं , काली उरद की दाल  शनिवार किसी अपाहिज या मजबूर को करें , मस्तक पर हल्दी मिला कर  दूध या दही से तिलक करें।

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कन्या राशि

शनि गोचर 2017 का कन्या राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Virgo
 कन्या राशि वालो के लिए शनि पाँचवे ( संतान घर) और छठे ( रोग, दुःख, लड़ाई, झगड़ा ) भाव का स्वामी होकर चतुर्थ  भाव में गोचर ( Transit in Fourth house)  करेंगे। कन्या लग्न वालों के लिए शनि षष्ठ   भाव का स्वामी होकर चतुर्थ भाव भाई-बंधू, घर-परिवार के घर में भ्रमण करेंगे इस कारण परिवार और कुटुंब  को लेकर जीवन में परेशानी आ सकती है। आप पर शनिजी की ढैया शुरू होगी यानि आने वाले ढाई साल आप शनि जी की प्रकोप में रहेंगे।  तनाव बरेगा क्योंकि इनकी पुराण दृष्टि दशम भाव पर परेगी , ये प्रवेश आप को ज़रूरत से ज़्यादा सवारती बना सकता है ध्यान दें , छटे भाव की दृष्टि लोहे से चोट की संभावना  भी बना सकती है , आने वाले  ढाई वर्ष कोई भी ऋण / लोन नुकसान देह साबित हो सकता है ,  वाहन दुर्घटना के योग बनी हुए हैं बहुत धयान दें , विरोधियों परंतु आप हाभी रहेंगे , माता पिता की सेहत तथा रिश्तों का ध्यान रखें , पैतृक सम्पति की प्राप्ति संभव हो सकती है

शनि गोचर 2017 : सामान्य फल | General Prediction

आपकी राशि या लग्न से चौथे स्थान में शनि  का गोचर हो रहा है, यह स्थान माता, कुटुंब, सुख, हृदय,  चल अचल संपत्ति, वाहन आदि से संबंधित है। इसलिए शनि का गोचर आपको मानसिक रूप से व्यथित/ परेशान करेगा। आपकी अवांछित इच्छाये बढ़ेंगी जिसकी पूर्ति न होने पर बेचैनी महशुस करेंगे। इस समय आप अधिक स्वार्थी हो जाएंगे।

इस समय आपको क्रोध बहुत आ सकता है अतः गुस्सा को नियंत्रण करना जरूरी होगा।  छोटी – छोटी बातों पर आप भड़क उठेंगे।  वाहन दुर्घटना का योग बन रहा है अतः वाहन संभलकर चलाये साथ ही रोड रेज से जरूर बचे अन्यथा केश मुकदमा भी भी हो सकता है।

शत्रुओं पर आपका नियंत्रण बना रहेगा। अल्पकाल के लिए चिंताएं हो सकती है। परंतु शीघ्र ही समस्याओं का समाधान होगा। कार्य की अधिकता आपको थकान का अनुभव करा सकती है। खान-पान में नियमितता बनाये रखे।

शनि गोचर 2017 : पारिवारिक एवं दाम्पत्य जीवन | Family Life

कन्या लग्न अथवा राशि के जातकों के लिए शनि पंचम और षष्ठ भाव का स्वामी होकर चतुर्थ भाव में प्रवेश करेंगे इस स्थान से शनि की दृष्टि आपके छठे, दशम तथा लग्न  भाव पर है जिसके फलस्वरूप आपके गुप्त शत्रु परास्त होंगे आपमें प्रतियोगिता की भावना बढ़ेगी।  आप  लोन लेकर घर बनाने या खरीदने में सक्षम होंगे।

माता – पिता के स्वास्थ्य तथा उनके साथ संबंधों को लेकर आप कुछ परेशान भी रहेंगे। प्रेम सम्बंध में शारीरिक सुखोपभोग को लेकर आपको अपमानित भी होना पर सकता है या सम्बन्ध में दरार आ सकती है।

मकान, वाहन तथा पैतृक संपत्ति के मामलों में रूकावट आएगी अतः इनसे सम्बंधित कार्यों में सफलता के लिए बहुत और निरंतर प्रयास करते रहना पडेगा।  पारिवारिक सुख में आप कुछ कमी महसूस करेंगे। आपको संतान प्राप्त होगा। संतान सुख के साथ ही साथ नौकरी का सुख भी मिलेगा। भूमि संबंधी मामले जो कोर्ट-कचहरी में चल रहे हों, उनमें सफलता प्राप्त होगी।

शनि गोचर 2017 का कन्या राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Virgo

शनि गोचर 2017 : स्वास्थ्य | Health

शनि Saturn रोग, दुःख भाव का स्वामी होकर आपके चतुर्थ स्थान में भ्रमण करेंगे इस कारण यदि आप पहले से ह्रदय रोगी ( Heart patient ) हैं तो हमेशा अपने पारिवारिक डॉक्टर के संपर्क में रहना ठीक रहेगा। घर परिवार को लेकर मानसिक तनाव हो सकता है जिसके कारण डिप्रेशन जैसी परेशानी हो सकती है।

व्यवसाय एवं आर्थिक क्षेत्र | Business and Economic Status

आर्थिक मामलों में उतार चढाव दोनों का ही सामना करना पड़ेगा अर्थात स्थिरता में कमी रहेगी , कुछ लोगों को अपने घर से दूर जाने की स्थिति भी बनेगी। कोई नया काम भी प्रारम्भ कर सकते है। इस कार्य आपको अपने परिवार से सहयोग भी लेना पर सकता है यही हो सकता है की अपने घर से ही कोई व्यवसाय को आप शुरुआत करे। आपके रूके हुए कार्य बनेंगे परन्तु आपको धैर्य धारण करना पड़ेगा।

यदि नौकरी की तलाश कर रहे है तो प्रतियोगिता परीक्षा ( Competitive Exam ) या इंटरव्यू के माध्यम से आपको सफलता मिलेगा।  यही समय है जब आप अपने लिए कुछ करना आरम्भ कर देंगे।

यदि आपकी कुंडली में अशुभ ग्रह की दशा या अंतरदशा चल रही है तो निश्चित ही कार्यो में बहुत रूकावट आएगी। आप धैर्य से काम ले सब कुछ धीरे धीरे सामान्य हो जाएगा।

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शनि आपकी राशि में पांचवें और छठवें भाव के स्वामी है। पांचवां भाव शिक्षा और बच्चों से संबंधित है जबकि छठवां भाव संघर्ष, शत्रु और रोग के बारे में दर्शाता है। शनि का गोचर कन्या राशि से पांचवें भाव में होगा। इस दौरान आप अपना निवास स्थान बदलने और किसी नई जगह पर शिफ्ट होने के बारे में सोच सकते हैं। आप किसी पर अत्याधिक क्रोधित हो सकते हैं इसलिए गुस्से पर नियंत्रण रखें। मानसिक शांति बनाये रखें। ऐसे किसी काम में लिप्त ना होयें जिससे आंतरिक शांति भंग हो। जून में वक्रीय शनि आपकी राशि से चौथे भाव में आएगा। इस समय आपकी माता जी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। ज़मीन-जायदाद संबंधी विवाद भी हो सकते हैं। काम की अधिकता की वजह से स्वयं की सेहत पर ध्यान नहीं दे पाएंगे। इसलिए नियमित रूप से आराम कीजिए और 8 घंटे की नींद लें। अक्टूबर के आखिरी में आपकी राशि से पांचवें भाव में शनि का गोचर होगा। कार्य स्थल पर आपके प्रयास सार्थक नहीं हो पाएंगे। करियर में सुधार होगा लेकिन परिणाम उतने बेहतर नहीं होंगे। सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय :हर शनिवार हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं , आने वाले ढाई वर्ष मासांहार शराब बिलकुल मत छुइयेगा अन्यथा बहुत नुकासन  हर तरीके का होना निश्चित है , जिसकी जिमेवार आप स्वयम होएंगे , अतः पूर्ण रूपेण सात्विक सदाचारी जीवन निर्वाह करें , असहाय अनाथ मजबूर व्यक्तियों की सेवा करें , शनिवार  बंदरों और कुतों को लाडू खिलाएं , मछलियों को आटे की गोलियां बना कर खिलाएं।

तुला राशि

शनि गोचर 2017 का तुला राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Libra
 तुला राशि तथा लग्न वाले जातक के लिए शनि पाँचवे ( संतान घर) और चतुर्थ ( कुटुंब, माता तथा मकान  ) भाव का स्वामी होकर तृतीय भाव पराक्रम में गोचर ( Transit in Third house) करेंगे। तुला लग्न वालों के लिए शनि योगकारक ग्रह है और तृतीय भाव जो पराक्रम, परिश्रम, भाई और लघु यात्रा का घर है में भ्रमण करेंगे इस कारण आपको यात्रा का योग बनेगा।

इस समय आपकी साढ़े साती ( Shani ki Shadhe saati ) भी समाप्त हो रही है अतः आप अपने आप में शकुन महशुश करेंगे और पराक्रम के बल पर भविष्य की योजनाए बनाने में सफल होंगे।

शनि गोचर 2017 : सामान्य फल | General prediction

यह जानकार आपको हर्ष होगा की शनि के धनु में गोचर के साथ ही साढे सात साल से चली आ रही परेशानी और कष्ट की स्थिति समाप्त होगी और आप स्वयं को अच्छा महसूस करने लगेंगे। शनिदेव अब आपके दूसरे भाव से तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे। तुला लग्न के जातकों के लिए शनि का यह राशि परिवर्तन अत्यन ही शुभ और फलदायक है। यदि कोई शत्रु है तो परास्त होंगे।

शनि इस राशि के पराक्रम भाव में बैठा है। इस घर को क्रूर व अशुभ ग्रहों के लिए अच्छा स्थान माना जाता है। अत: आपको इस गोचर का शुभ फल प्राप्त होगा।आप जितना मेहनत करेंगे उसके अनुरूप जरूर ही फल मिलेगा।

अपने काम को लेकर सतर्क रहें और दूसरों को शिकायत का मौका न दें। गोचर का शनि आपको अच्छे फल देंगे

शनि ग्रह आपकी राशि में चौथे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। चौथा घर माता, वाहन और जीवन में खुशी को दर्शाता है जबकि पांचावां भाव शिक्षा और बच्चों से संबंधित है। शनि आपका योग कारक ग्रह भी है जिसका आपके जीवन में बड़ा महत्व है। इस वर्ष शनि का गोचर तुला राशि से तीसरे भाव में होगा। इसके फलस्वरूप फैसले लेने की क्षमता में वृद्धि होगी और आप दृढ़ निश्चय के साथ सफलता प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर होंगे। छोटे भाई-बहनों से परेशानी हो सकती है। इसकी वजह से मानसिक तनाव बढ़ सकता है। छोटी या लंबी दूरी की यात्रा की संभावना बन रही है। जून में आपकी राशि से दूसरे भाव में शनि का गोचर होगा। इस दौरान परिवार में विवाद की स्थिति बनेगी। प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में लाभ की संभावना है। अक्टूबर के अंत में शनि देव वक्रीय गति करते हुए आपकी राशि से तीसरे भाव में संचरण करेंगे। इस दौरान लंबी दूरी की यात्रा करने से धन लाभ की संभावना है। रोजमर्रा की ज़िंदगी में खर्च बढ़ने से परेशानी हो सकती है इसलिए खर्चों पर ध्यान दें। आपकी आय बढ़ेगी इसलिए आमदनी के हिसाब से खर्च करें और पैसे बचाएं। छात्रों को उच्च शिक्षा के अवसर मिलेंगे। इस साल आपको कई अच्छे अवसर मिलेंगे। अगर समय रहते हुए आपने इन अवसरों को भुना लिया तो इसके बेहद प्रभावशाली परिणाम प्राप्त होंगे।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय : शनिवार को बंदर और काले कुत्ते को लड्डू खिलाएं , गुरु अगर  आपके हैं तो उनकी हर प्रकार से सेवा करें , गुरु कृपा से आप बड़ी बड़ी मुसीबतों से पर लग गए हैं  हमेशा याद रखें , कुष्ट रोगियों की सेवा करें ,  उबाल कर शनिवार को शनि मंदिर में दान करें , काला  कोयला और कम्बल ज़रूरत मंदों को  करना चाहिए , शनि चालीसा का पाठ जीवन पर्यन्त करें।

वृश्चिक राशि

Shani Sadhe Sati Vrishchik Rashi 2017 | Astroyantra
शनि ग्रह आपकी राशि में तीसरे और चौथे भाव का स्वामी है। तीसरा भाव प्रयास, संचार और भाई-बहन आदि से संबंधित होता है जबकि चौथा घर माता, वाहन और खुशियों को दर्शाता है। इस वर्ष शनि का गोचर वृश्चिक राशि से दूसरे भाव में होगा। इसकी वजह से पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल मच सकती है। झगड़े और विवादों की स्थिति उत्पन्न होगी। अगर समय रहते हुए आपने स्थितियों को नहीं संभाला तो रिश्ते टूट सकते हैं। इस साल परिवार से दूर रहना पड़ सकता है। कार्य स्थल पर किए गए प्रयासों से बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे और आय में बढ़ोतरी होगी। कठिन परिश्रम से अच्छे नतीजे मिलेंगे। कोई बेहतरीन अवसर आपके दरवाजे पर दस्तक देंगे। जून में शनि का गोचर आपकी राशि में होने से मानसिक तनाव बढ़ेगा। स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है इसलिए संतुलित और अच्छा भोजन करें व अपना ध्यान रखें। तंदुरुस्त रहने के लिए सुबह सैर पर जाएं। अक्टूबर के अंत में शनि वक्रीय गति करते हुए आपकी राशि से दूसरे भाव में प्रवेश करेगा। कड़ी मेहनत की बदौलत अधिक से अधिक कमाई करने में सक्षम होंगे। परिजनों के साथ रिश्ते और बेहतर होंगे।

कहा जाता है की उतरती साढ़े साती फायदेमंद होता है परन्तु यह भी निर्भर करता है की उस राशि के साथ शनिदेव का कैसा सम्बन्ध है। वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है और मंगल के साथ शनि के साथ कोई बढ़िया सम्बन्ध नहीं है इस कारण उतरती साढ़े साती आपके लिए बहुत लाभ दायक नहीं होगा।

आर्थिक स्थिति | Wealth

वर्ष 2017 से 2020 जनवरी 24 तक शनि की दृष्टि आपके चतुर्थ ( कुटुंब ) अष्टम ( मृत्यु ) तथा एकादश ( लाभ ) भाव पर होगी। अनावश्यक कार्यो में  खर्च होगा जिसके कारण धन का संग्रह करना आपके लिए कठिन हो जायेगा। बहुत कठिनाई से धन लाभ की सम्भावना है।इस राशि के लिए धन स्थान में धनु राशि है और उस पर शनि का गोचर भी हो रहा है। अतः धन के मामले में थोड़ी परेशानी हो सकती है।

आपकी जन्मकुंडली में चन्द्र राशि से दूसरे भाव में शनि का गोचर है, इसलिए आपको धन के मामलों में विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है। धन आगमन का भी योग है अतः धन तो आएगा परन्तु व्यय भी उसी के अनुसार होगा। धन के मामले में किसी प्रकार की कोई जल्दबाज़ी न करे ऐसा करने से आपका नुकसान हो सकता है।

घर परिवार पर साढ़े साती का प्रभाव | Family Condition in Shani Sadhe Sati

आपके परिवार में कोई शुभ कार्य हो सकता है।  पारिवारिक मामलों में भी ऐहतियात बरतना ज़रूरी है। प्रियजनों से  मधुर सम्बन्ध बनाये रखे और विवादों से बिलकुल दूर रहे । घर में माता – पिता के साथ विचारो की भिन्नता के कारण एक दूसरे से दूर भी हो सकते है। मित्रों की संख्या में वृद्धि संभव है। आपके मित्र अवसरवादी हो सकते है। आप गलत संगति में भी जा सकते है।  घर मकान खरीद सकते है। घमंड बड़  सकता है जिसके कारण नुक्सान झेलना पर सकता है

शनि की दृष्टि आपके कुटुंब, मृत्यु तथा लाभ भाव पर होने से दाम्पत्य जीवन में परेशानी आ सकती है। छोटी छोटी बात को लेकर नोक झोक आरम्भ हो जाएगा और आप लोगो में बातचीत बंद हो जायेगी अर्थात घर में शीत युद्ध जैसा माहौल बन सकता है। कृपया एक दूसरे को समझने की कोशिश करे।  दोनों एक दूसरे की भावना  का ध्यान रखते  है तो समस्याएं अपने आप समाप्त हो जायेगी।

Shani Sadhe Sati Vrishchik Rashi 2017 | Astroyantra

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व्यवसाय में शनि साढ़े साती का प्रभाव | Shani Sadhe Sati effects on Business

आपके राशि के लिए साढ़े साती अंतिम दौर में चल रहा है अतः आप जितना संभलकर रहे अच्छा रहेगा क्योकि जाते जाते कही आपका नुकसान न कर दे। इसलिए सोच- समझकर ही कोई निर्णय ले। किसी भी क्षेत्र में निवेश से पूर्व अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य ले। व्यापार के लिए यदि दूर की यात्रा कर रहे है तो लाभ मिलेगा।

वृश्चिक राशि वालो के लिए सामान्य फल  | General Prediction

2019  से  आपके लिए शनि साढ़े साती का एकदम अंतिम दौर चलेगा उस समय शनि जाते जाते कुछ अच्छा कर के जायेगा परन्तु  ऐसा तभी संभव होगा जब आप धैर्य पूर्वक कार्य करते रहेंगे। वास्तव में साढ़े साती जाते-जाते आपमें एक ऐसा जोश,साहस तथा विशवास का संचार करके जाएगा। आप अपने पुराने कष्टों को भूलकर नित नए कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे। इसलिए यह समय बीते हुए असफलताओं को स्मरण करने का नहीं है बल्कि नए अवसरों से लाभ उठाने का है

शनि की साढ़े साती के मध्य भाग में भौतिक सुख – सुविधाओं में वृद्धि होगी। भवन , वाहन इत्यादि खरीदने का प्रबल योग बनेगा। इस बीच आपकी रूचि  भक्ति तथा आध्यात्म में भी बढ़ेगी। आप अपनी खोयी हुई पद-प्रतिष्ठा और मान- सम्मान पुनः प्राप्त करेंगे। यदि स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई परेशानी चल रही थी या चल रही है तो जल्दी ही सुधार हो जाएगा।

Shani Sadhe Sati Vrishchik Rashi 2017 | Astroyantra

भैयाजी के  आम और सरल उपाय :शनि के कोप से बचने हेतु आप हनुमान जी की आराधाना करे यदि स्वास्थ्य खराब चल रहा है तो बजरंग बाण का नियमित पाठ करें।साढ़े साते से मुक्ति हेतु शनिवार को बंदरों को केला गुड़ व चना खिलाने से शुभ फल की प्राप्ति होगी। कुष्ठ रोगियों की सेवा करें। नशीली चीज़ें ज़हर की सामान हैं याद रखिए  नुक्सान हो सकता है हर तरीके का , शनिजी की यन्त्र की पूजा करें , कुतों कौओं  करें।

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धनु राशि

शनि गोचर 2017 का धनु राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Sagittarius

शनि आपकी राशि में दूसरे और तीसरे भाव का स्वामी है। दूसरा भाव धन, परिवार और भाषा से संबंधित है जबकि तीसरा भाव भाई-बहन, प्रयास और संचार को दर्शाता है। इस साल शनि का गोचर धनु राशि में होगा। यह समय आपके लिए आसान नहीं रहने वाला है। मानसिक तनाव और परेशानी बढ़ेगी। अगर पहले से कोई बीमारी है जिसका इलाज चल रहा है उसमें लापरवाही नहीं बरतें वरना बड़ी हानि हो सकती है। सेहतमंद रहने के लिए नियमित रूप से आराम करें और स्वयं का ख्याल रखें। आपके भाई-बहनों के जीवन में खुशियां और समृद्धि आएगी। उनकी कामयाबी पर आपको गर्व होगा। जून में शनि का गोचर आपकी राशि से बारहवें भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप वैवाहिक जीवन में तनाव रहेगा। विवादों की वजह से जीवन साथी के साथ रिश्तों पर बुरा असर पड़ेगा। पत्नी के साथ अच्छा व्यवहार करें और बोलचाल में सावधानी बरतें। जीवन साथी को सम्मान दें और उनकी भावना का आदर करें। अक्टूबर के अंत में शनि का गोचर पुन: आपकी राशि में होगा। काम के बोझ से सक्रियता बढ़ेगी इसलिए कुछ बड़ा लक्ष्य हासिल करने की सोच रखें। कार्य स्थल पर सब कुछ अच्छा रहेगा लेकिन काम के दबाव से मानसिक शांति प्रभावित होगी।

धनु राशि तथा लग्न वाले जातक के लिए शनि तृतीय ( पराक्रम, भाई का घर) और द्वितीय  ( धन तथा वाणी ) भाव का स्वामी होकर लग्न भाव में गोचर ( Transit in  Ascendant house) करेंगे। धनु लग्न वालों के लिए शनि प्रथम भाव जो जातक का शरीर भी है में भ्रमण करेंगे इस कारण आपको शारीरिक परेशानी का सामना करना पर सकता है।

इस समय आपकी साढ़े साती भी चल रही है अतः आप ओजपूर्ण वाणी से होने वाले नुक्सान से बचने की कोशिश अवश्य करे। वाणी दोष के कारण बना बनाया काम बिगड़ सकता है।

शनि गोचर 2017: सामान्य फल | General Prediction

धनु राशि तथा लग्न के जातकों के लिए शनि दूसरे और तीसरे भाव का स्वामी है। दूसरे भाव का स्वामी होने से शनि मारकेश भी है। मारकेश होकर शनि का संचार अब आपके लग्न पर आ रहा है। लग्न पर शनि ढ़ाई वर्ष तक रहेगा इस अवधि में शनि आपके शरीर को कमजोर कर सकता है।  इस दौरान काम आप करेंगे और क्रेडिट कोई और लेकर जायेगा इस कारण आप दुखी महशुस करेंगे।

शनि जन्म राशि के चंद्रमा पर गोचर में होकर कमजोर करेगा अतः इस समय आपको मानसिक संताप भी हो सकता है। इस कारण आप शारीरिक थकावट भी महसूस करेंगे।

चूँकि शनि गुरु की राशि में प्रवेश करेंगे गुरु ज्ञान और आध्यात्म का ग्रह है अतः आपके मन में धार्मिक, आध्यात्मिक भावनाओं के प्रति श्रद्धा और विशवास बढ़ेगा। शनि की यह स्थिति आपके लिए मान-सम्मान, यश, कीर्ति, विद्या, बुद्धि और धन,वृद्धि करने वाली होगी।

धनु जातकों के लिए शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण है। इस समय आपको शनि से जुड़ी चीजों का दान करना चाहिए।

शनि गोचर 2017: पारिवारिक एवं दाम्पत्य जीवन | Family Life

लग्न से शनि की सातवी दृष्टि आपके दाम्पत्य भाव पर है इस कारण दाम्पत्य सुख में कुछ कमी महशुस करेंगे। एक दूसरे के प्रति अविश्वास पनपने नहीं दे। परस्पर एक दूसरे की भावनाओ का कद्र करे और समस्या को बढे ही शालीनता से निदान करने की कोशिश करे। पारिवारिक जीवन में खटास पड़ सकती है। कभी-कभी स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो सकती है। स्वयं पर नियंत्रण रखें।

यदि आपकी कुंडली में सप्तमेश की स्थिति अच्छी नहीं है अशुभ ग्रह के प्रभाव में है तो अपने जीवन साथी के कारण तलाक ( Divorce ) भी हो सकता है। जीवन साथी के स्वास्थ्य से सम्बंधित किंचित समस्या उत्पन्न हो सकती है। परिवार तथा समाज के लिए अपने उत्तरदायित्वों के प्रति सजग रहें और अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए तत्पर रहे।

यदि आपके घर में कोई विवाह के योग्य है और वह धनु राशि या धनु लग्न का है तथा उसका बुध यदि दूसरे, तीसरे, पंचम, सप्तम तथा दशम भाव में हो और बुध की दशा अंतरदशा चल रही हो तो 2017- 18 में शादी हो जायेगी।

शनि गोचर 2017: स्वास्थ्य | Health

यदि स्वास्थ्य की बात करे तो शनि मारकेश होकर आपके लग्न में बैठा है इसलिए स्वास्थ्य हानि तो करेगा ही। आपको नाक, कान,गला आँख आदि की बिमारी हो सकती है और यदि शुक्र अशुभ अवस्था में है तथा उस पर मंगल या शनि की दृष्टि है तो आप बिल्कुल सतर्क रहे। किडनी या शुगर की बीमारी भी हो सकती है।

व्यवसाय एवं आर्थिक क्षेत्र  | Business and Economic Status

शनि धन का स्वामी होकर लग्न में है अतः इस अवधि में धन कमाने के लिए आप कुछ भी करने के लिए तैयार रहेंगे। आप अपने पराक्रम के बल पर अपने व्यवसाय को बढ़ाएंगे। आप साझेदारी में कोई न कोई काम अवश्य करेंगे। आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के कई अवसर प्राप्त होंगें। आपका काम आसानी से नहीं होगा इस बात का जरूर ध्यान रखे धैर्य रखने से सभी काम हो जाएगा। व्यापार में कभी कभी घाटा हो सकता है परन्तु ऐसा नहीं है की हमेशा घाटा ही होगा।

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आने वाले ढाई वर्ष में नौकरी तथा व्यापार में किया गया प्रयास सार्थक होगा।यदि आप नौकरी की तलाश में है तो नौकरी के अच्छे अवसर प्राप्त होंगें। इस दौरान आपको कोई महत्वपूर्ण पद की प्राप्ति भी हो सकती है परन्तु यह भी न भूले की सब कुछ आसानी से हो जाएगा पहले आप दुखी होंगे बाद में सुखी होंगे। समाज में मान-सम्मान व महत्वपूर्ण अधिकार की प्राप्ति हो सकती है। शनि की दृष्टि आपके पराक्रम भाव पर है अतः आप जितना मेहनत करेंगे उतना आपको जरूर मिलेगा।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय : शराब और मांसाहार के सेवन से दूर रहें , हनुमानजी की पूजा उपासना ज़रूर  करें , ग्यारह नारियल शनजी की मंदिर में दान करें , गौ माता सेवा , उनको घी लगी रोटी खिलाएं

मकर राशि

मकर राशि के लिए शनि की साढ़े साती आरम्भ हुई है। मकर राशि के जातक की साढ़ेसाती 29 मार्च  2025 तक चलेगी। आपके लिए शनि की साढ़ेसाती ७ वर्ष के लिए चलेगी। इस अवधि में आपके जीवन यात्रा से जुडी शुभ अशुभ फल को हम बताने की कोशिश कर रहे है।

शनि देव आपकी लग्न राशि के स्वामी हैं। यह आपके चरित्र, व्यक्तित्व और दीर्घायु को दर्शाते हैं। जबकि दूसरे भाव के स्वामी होकर धन, परिवार और भाषा से संबंधित हैं। इस वर्ष शनि का गोचर मकर राशि से बारहवें भाव में होगा। इस दौरान हानि की संभावना बन रही है। इस साल खर्च ज्यादा होने से नुकसान हो सकता है। विदेश यात्रा के योग भी बन रहे हैं। स्वास्थ्य संबंधी समस्या परेशान कर सकती है। जून में शनि आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। इसके फलस्वरूप आपको कमाई के कई अवसर मिलेंगे। लंबे समय से जिस पल का आपको इंतज़ार था वो समय आएगा। नाम और शोहरत मिलने से सामाजिक जीवन भी अच्छा रहेगा। अक्टूबर के अंत में शनि पुन: बारहवें भाव में प्रवेश करेगा। इस दौरान मौसमी बीमारी से पीड़ित रह सकते हैं। इसलिए स्वच्छ व संतुलित भोजन करें और नियमित रूप से आराम करें। आमदनी के मुकाबले में ज्यादा खर्च होने से मुश्किलें बढ़ेंगी। विदेश से सफलता मिलने के योग हैं। कानूनी मामले और विवादों से परेशानी हो सकती है। पहले से तय किसी भी योजना के बारे में खुले दिमाग से सोचें और फिर कोई फैसला लें। जून के बाद का समय बेहद अच्छा है अत: कठिन परिश्रम से इसका भरपूर दोहन करें। नॉकरी व्यवसाय में बदलाव या परेशानी दे  सकते हैं , यदि  थो पहले नै नॉकरी  औरफिर पुराणी को चोरें अन्यथा  आप मुश्किल में पड़ सकते  हैं

साढ़ेसाती का सामान्य फल

चन्द्र राशि से इस वर्ष शनि का गोचर आपकी जन्म कुंडली के व्यय भाव में हो रहा है। इस समय शनि केतु के नक्षत्र में है और केतु गोचर में आपके दूसरे भाव में है। इस दौरान आपसे जुड़े जो भी कार्य है उस कार्यों में व्यवधान होगा परन्तु कोई काम रुकेगा नहीं अर्थात देर सबेर आपका काम हो ही जाएगा अतः ज्यादा परेशान होना उचित नहीं है।

धार्मिक कार्य के प्रति रूचि बढ़ सकती है। आप विदेश यात्रा या विदेशों से सम्बंधित कार्यों में  सफलता प्राप्त करेंगे। परिवार में किसी की मृत्यु भी हो सकती है। कुछ बड़े निर्णय लेने में परेशानी हो सकती है , न्यायालय / कोर्ट की तथा अपतालों  के लगवा सकते  आपको और इसका कारन आपकी ओफिस या घर पर किसी स्टाफ या नॉकर को आग या बिजली से आघात पहुंचेगा जिसका खामियाज़ा आप को भुगतना पर सकता है

आर्थिक स्थिति | Wealth

आर्थिक मामलो में संयम बनाये रखे इस समय भविष्य के लिए रखे गए पैसे भी खर्च हो सकते है। बारहवे स्थान से बैठकर शनि आपके धन भाव तथा भाग्य स्थान को देख रहा है इस कारण आप धन तथा  भाग्य पक्ष को प्रबल करने में बहुत ही मशक्कत करनी पड़ेगी।   आपके कार्य में परिवर्तन हो सकता। यदि नौकरी कर रहे है तो नौकरी में परिवर्तन संभव है।आपका बचाया हुआ पैसा डूब या व्यय हो सकता है ,  पता  चलेगा।

स्वास्थ्य | Health

आपकी साढ़े साती प्रारम्भ हुई है अतः स्वास्थ्य को लेकर सजग रहे  जाँच कराते रहे क्योकि शनिदेव सबसे पहले स्वास्थ्य पर आघात करते है। यदि पहले से कोई शारीरिक कष्ट है तो अवश्य ही ध्यान रखे। आँख, कान, नाक, मुह, दन्त संबंधी परेशानी हो सकती है। आपके वाणी स्थान पर शनि की दृष्टि है इसलिए वाणी दोष के कारण परेशानी आ सकती है अतः वाणी में मधुरता लाने का हर संभव प्रयास करें तो अच्छा रहेगा। जीवन साथी   आपरेशन  परंतु संभव है।

Shani ki Sadhesati Makar Rashi 2017 | Astroyantra

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भैयाजी के  आम और सरल उपाय :शनि की साढ़े के लिए सर्वमान्य उपाय | Remedies for shadhe saati

  1. मंगलवार और शनिवार के दिन नियमपूर्वक हनुमान मंदिर में जाए तथा हनुमान चालीसा का पाठ करे।
  2. शनि स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करे शुभ फल मिलेगा ।
  3. नाव में लगी हुई कील की अंगूठी बनवाकर पहनने से शुभ फल की प्राप्ति होगी या काले घोड़े के नाल की अंगूठी बनवाकर शनिवार के दिन पहने।
  4. हनुमान जी के शरीर में लगा हुआ सिंदूर का तिलक लगाने से भाग्य में वृद्धि होगी।
  5. शनि का बीज मंत्र – ॐ शं शनैश्चराय नमः का रोज जप करें।
  6. शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें व 11 नारियल नदी में प्रवाहित करें।
  7. नशीली चीजों का त्याग कर दी जिए अन्यथा शनिजी का प्रकोप आप सहा  नहीं पाएंगे
  8. गाये कुते कौओं की सेवा करें वर्ष
  9. गुरु सेवा रामबाण उपाए रहेगा आने वाले  आठ वर्ष , गुरु नस्सेब वालों  हैं और किसी भी मुसीबतों से पार  लगा जाते हैं
  10. भैयाजी से ख़ास ख़ास पेड़ की जड़ मगाएं तथा धारण करें बहुत लाभ होगा

कुंभ राशि

शनि गोचर 2017 का कुम्भ राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Aquarius
कुम्भ राशि तथा लग्न वाले जातक के लिए शनि लग्न ( व्यक्ति स्वयं ) और बारहवें ( व्यय, हानि ) भाव का स्वामी होकर ग्यारहवे व लाभ भाव में गोचर ( Transit in Eleventh house) करेंगे। कुम्भ लग्न वालों के लिए शनि का ग्यारहवे भाव में गोचर आपके लिए शुभ संकेत है रुके हुए कार्य पुरे होंगे।

सामान्य फल | General Prediction

कुम्भ राशि तथा लग्न के जातकों के लिए शनि लग्न और बारहवें भाव का स्वामी है जो आपके लाभ भाव में ढ़ाई साल तक गोचर में रहेगा। शनि इस स्थान से आपके लग्न, पंचम और अष्टम भाव को देख रहा है। यह शनि आपके लिए शुभ फल प्रदान करने वाला है। इस समय गोचर में आपके धन का स्वामी गुरु को दसवी दृष्टि से शनि देख रहे है अतः धन का लाभ संभावित है।

इस समय आप मानसिक तथा बौद्धिक दोनों रूप से सुदृढ़ होंगे। आप कोई भी फैसला लेने में सक्षम होंगे। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी। आप भविष्य की योजनायें बना पाने में सक्षम होंगे।

सकारात्मक सोच लेकर आगे बढ़ें। इस समय वाणी की मधुरता को बनाये रखे योजनाए अपने आप लक्ष्य को प्राप्त करेगा। धैर्य से काम लें। आपकी यात्राएं अपने उद्देश्य को पूरा करेगी।

आप अपने दोस्तों से बचकर रहे उनके साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। यदि आप स्टूडेंट है तो आपमें आलस्यपन बढ़ेगा जिसके कारण पढ़ने में मन नहीं लगेगा।

पारिवारिक एवं दाम्पत्य जीवन | Family Life

शनि के गोचर से आपके पारिवारिक जीवन पर विशेष असर नहीं पड़ने वाला नहीं है। आपको अपने माता – पिता का पूर्ण सहयोग और आशीर्वाद मिलेगा। दाम्पत्य जीवन भी सामान्य रहेगा हां सितंबर-अक्टूबर, दिसम्बर-जनवरी और फरबरी-मार्च में जीवन साथी के साथ  आपसी नोकझोक और विवाद से बचे। वैसे जीवन साथी का व्यवहार सहयोगात्मक रहेगा।

संतान को लेकर कुछ परेशानी हो सकती है। गर्भवती स्त्रियों को सतर्कता बरतने की जरूरत है इसमें किसी प्रकार की लापरवाही ना करें क्योकि आपके संतान भाव पर शनि की दृष्टि है और शनि मृत अथवा समय पूर्व संतान देने में समर्थ होता है। आपको अपने चाचा के तरफ से कोई अशुभ सूचना मिल सकती है।

यदि प्रेम सम्बन्ध ( Love Relation ) चल रहा है तो सावधान हो जाए प्रेम में दरार आ सकती है इसका मूल कारण होगा एक दूसरे पर विशवास खो देना आरोप प्रत्यारोप का दौर चलेगा और सम्बन्ध विछेद हो जाएगा।

यदि कोई संपत्ति का विवाद है तो उसे सुलझाने का प्रयास करें सफलता मिल सकती है। आपको सामाजिक, आर्थिक तथा राजनैतिक सभी पक्षो में मान- सम्मान की वृद्धि होगी।

शनि गोचर 2017 का कुम्भ राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Aquarius

स्वास्थ्य | Health

स्वास्थ्य की दृष्टि से शनि की स्थिति खराब नहीं है यदि कोई बीमारी चल रही थी और है तो उसमे धीरे- धीरे सुधार होगा। सर्दी, खासी तथा जोड़ो के दर्द से थोड़ी परेशानी हो सकती है परन्तु सब ठीक हो जाएगा।

व्यवसाय एवं आर्थिक क्षेत्र | Business and Economic Status

आपकी जन्म राशि से शनि लाभ भाव पर गोचर करेगा इस कारण आय और लाभ के नए द्वार खुलने के पुरे चांस है अब निर्भर करता है की आप इसके लिए कितना प्रयत्न करते है। इस समय आपके बिगड़ें काम बनाने लगेंगे। आप आर्थिक दृष्टि से मजबूत होंगे।

शनि गोचर 2017 का कुम्भ राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Aquarius

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कार्य क्षेत्र में अपनी ओर से सहयोग में किसी प्रकार की कोई कमी न करें। समय आपको अपनी योग्यता सिद्ध करने का अवसर देगा। आप किसी कार्य को करने से अपना जी न चुराए अथवा पीछे न हटे सफलता आपके हाथ में होगी।

इस समय अपने व्यावसायिक परेशानियों को दूर करने के लिए दूरदर्शिता का परिचय देने से समस्या का समाधान संभव है। इस समय आपका कोई फैसला गलत भी हो सकता है या फैसला लेने में देर हो सकता है जिसके कारण आप मानसिक तनाव महशुस करेंगे। आपके लिए थोड़ा मेहनत करने का समय है। कार्यों में सफलता तो मिलेगी लेकिन आपको बहुत ज्यादा परिश्रम करने की जरूरत है।कर्मफल दाता शनि देव आपकी लग्न राशि के स्वामी हैं। यह आपके चरित्र, व्यक्तित्व और दीर्घायु को दर्शाते हैं। शनि देव आपके राशि में बारहवें भाव के भी स्वामी हैं। यह भाव हानि, खर्च, अस्पताल और सुख-सुविधाओं से संबंधित है। इस साल शनि का गोचर कुंभ राशि से ग्यारहवें भाव में होगा। इसके फलस्वरूप आपकी आमदनी में लगातार वृद्धि होगी। कार्य स्थल पर हर वक्त अच्छे अवसर मिलेंगे। बेहतर ज़िंदगी को लेकर जो सपना आपने देखा था वो इस साल पूरा होने की संभावना है। जून में शनि आपकी राशि से दसवें भाव की ओर बढ़ेंगे। इस दौरान कामकाज पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अच्छी आय होने के बावजूद खर्चों पर नियंत्रण रखें। इस समय में अपने कौशल और साहस का सही दिशा में इस्तेमाल करें। अक्टूबर में शनि का गोचर कुंभ राशि से ग्यारहवें भाव में होगा। यह आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण समय होगा। मेहनत और कार्य कुशलता की बदौलत अच्छे नतीजे मिलेंगे। छोटे भाई-बहनों की तबीयत बिगड़ सकती है। हालांकि आप स्वस्थ और तंदुरुस्त रहेंगे। अच्छी सेहत के लिए स्वच्छ और संतुलित भोजन करें। पूर्व की कोई बीमारी या कष्ट जिससे आप परेशान हैं उससे छुटकारा मिलेगा। आपकी शिक्षा या बच्चों की ओर से तनाव पैदा होगा। इस समय में प्रेम संबंध भी सुखमय नहीं होंगे। तनाव बढ़ने से परेशानी होगी इसलिए मानसिक शांति के लिए नियमित रूप से योग और प्राणायाम करें।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय : शनि जी के मंदिर में सरसो के तेल का दान करें , गुरु सेवा बहुत लाभ देगा अगर आप भाग्यशाली हैं तो , अपाहिजों की सेवा करें , हनुमाजी को चोला चराएं , दही या दूध का माथे पर तिलक करें , कुतों कौओं की सेवा करें।

मीन राशि

शनि गोचर 2017 का मीन राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Pisces
मीन राशि तथा लग्न वाले जातक के लिए शनि लाभ और व्यय भाव का स्वामी होकर आपके कर्म भाव में गोचर ( Transit in Tenth house) करेंगे। मीन लग्न वालों के लिए शनि का दसवें भाव में गोचर बहुत अच्छा नहीं है लाभ के दृष्टि से किये गए कार्य में व्यय का भी समावेश होगा जो आप के लिए पीड़ादायक होगा।

सामान्य फल | General Prediction

मीन जातक के लिए कर्म भाव से शनि व्यय, भाई बंधू , तथा दाम्पत्य भाव को देखेगा शनि की यह स्थिति आपको हर्ष और विषाद, लाभ और हानि दोनों परिणाम देने में सक्षम होगा। आपको प्रत्येक कार्यों में सफलता तो मिलेगी परन्तु बहुत ही जद्दोजहद करने के बाद कभी- कभी  तो इसका अंत भी दुखद हो सकता है। धन लाभ से पहले खर्चे की योजना बनकर तैयार रहेगा।

शनि गोचर 2017 का मीन राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Pisces

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शनि के गोचर और उसके फल को ग्रहण करने में आपको अपने दूरगामी सोच का महत्त्व देना चाहिए अन्यथा अल्प समय में प्राप्त किया गया मान सम्मान तुरंत जा भी सकता है जो आपको मानसिक संताप का हिस्सा होगा

शिक्षा के क्षेत्र में भी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। माध्यमिक शिक्षा के छात्रों के लिए यह समय बहुत अनुकूल नहीं है। पढाई में आलस्य आना तथा पढाई में मन न  लगने से आप परेशान हो सकते है।

शनि के गोचर में आप मकान वाहन के ऊपर खर्च कर सकते है। अपने घर का नवीकरण करा सकते हैं। यात्रा का योग बनेगा परन्तु धोड़ा संभलकर ही यात्रा का लुफ्त उठाये तो ठीक रहेगा। इस समय आपको किसी से ऋण भी लेना पड़ सकता है। यह ऋण आपके लिए तनाव का कारण भी बन सकता है।

पारिवारिक एवं दाम्पत्य जीवन | Family Life

इस समय शनि की दृष्टि आपके घर और दाम्पत्य दोनों भाव पर है इस कारण परिवार के मध्य किसी न किसी कारण को लेकर विषाद का माहौल बन सकता है परन्तु आप परेशान न हो क्योकि आपको पता है की ऐसा हो सकता है अतः नकारात्मक सोच को मन से निकालकर परिवार के मध्य जुड़े रहे।

शनि गोचर 2017 का मीन राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Pisces

वैवाहिक जीवन में कष्ट उठाना पड़ सकता है।  प्रतिदिन की कडवाहट का सामना करना पड़ सकता है। पिता के साथ वैचारिक मतभेद रहने की संभावना है। माता के स्वास्थ्य को लेकर परेशान होना पर सकता है। माता को बहुत अधिक शारीरिक कष्ट हो सकता है।  अपने किसी सगे सम्बन्धियो से मन मुटाव हो सकता है।

यदि आप विवाह के योग्य है या विवाह में देर हो रही है तो ज्यादा इन्तजार न करे 2017 सितंबर तक अवश्य ही शादी का निर्णय ले ले नहीं तो और देर हो सकती है।

शत्रु आपके ऊपर हावी हो सकते है। जन्मकुंडली में यदि शनि की स्थिति अच्छी न हो तो धैर्य के साथ काम करे तथा प्रत्येक शनिवार को कम से कम पीपल अथवा शमी वृक्ष के ऊपर जल अर्पण जरूर करे साथ ही यदि शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करे तो अति उत्तम। ॐ शं शनैश्चराय नमः का नियमित जप करना चाहिए।

शनि गोचर 2017 का मीन राशि पर प्रभाव | Saturn Transit Effects on Pisces

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स्वास्थ्य | Health

यदि स्वस्थ्य की बात करे तो शनि बारहवे भाव का स्वामी है और यदि आपकी कुंडली में शनि का गुरु अथवा सूर्य से किसी प्रकार का सम्बन्ध बन रहा है तो आप रोग से प्रभावित हो सकते है। नेत्र दोष हो सकता है आखो में चश्मा लगाने की जरूरत हो सकती है।  पेट से सम्बंधित कोई परेशानी हो सकती है खासकर लिवर से सम्बंधित।

व्यवसाय एवं आर्थिक क्षेत्र | Business and Economic Status

आपकी राशि से दसवें स्थान में शनि भ्रमण करेगा वा कर रहा है जो कर्म का स्थान है। इस स्थान का संबंध कर्म के अलावा यश, मान सम्मान तथा पिता का धन से भी है। इस घर में शनि के गोचर से पेशेवर व व्यवसायी जातकों को परेशानी हो सकती है। आपके  कार्य की गति धीमी रहेगी।इस समय आप साझेदारी में कोई काम करना चाहेंगे आप जल्दीबारी में कोई फैसला न ले।  आपको लगेगा की मेरा काम तो बस हो गया परन्तु यह सब आपको भ्रमित करने के लिए होगा अतः सोच समझकर निर्णय लेने में ही बुद्धिमानी होगी। नया कारोबार शुरू करने के संबंध में भी कोई फैसला सोच-समझकर ही लें।यदि आप नौकरी कर रहे है तो स्थानांतरण हो सकता है। अधिकारियो के साथ विवाद हो सकता है अतः अपने अधिकारियो के साथ कोई पंगा न ले तो बेहतर होगा। नौकरी में परिवर्तन का भी निर्णय सोच-समझकर ही ले जल्दीबाजी न करें।

भैयाजी के  आम और सरल उपाय : शनिवार को काले कुत्ते को कुछ खिलाएं , बेहेते हुए पानी में थोड़े  चावल बहाएं , शनिवार को चोकर  युक्त आटे की दो रोटियां बनाएं एक पर तेल  दूसरी पर घी लगा कर कुते और गाय  खिलाएं , चायपती का दान करें ,अपनी  छाया का  दान बहुत लाभ  देगा ,

शनि शत्रु नहीं मित्र हैं , अपने  करम सुधारें
हरी ॐ